तो इस वजह से अंडर-19 विश्व कप जीत पाया भारत, द्रविड़ और पृथ्वी शॉ का बड़ा खुलासा
अंडर-19 विश्व कप जीतकर भारतीय टीम स्वदेश लौटी।
आईसीसी अंडर-19 विश्व कप जीतने के बाद भारतीय टीम स्वदेश लौट आई। स्वदेश लौटने के बाद कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान पृथ्वी शॉ ने खुलकर मीडिया के सवालों के जवाब दिए। साथ ही दोनों ने इस बात का भी खुलासा किया कि उन्होंने विश्व कप जीतने के लिए कैसी रणनीति बनाई थी। मुंबई में मीडिया से बातचीत में द्रविड़ ने कई बातें कहीं। द्रविड़ ने कहा कि मुझे खुशी है कि हम रणनीति के मुताबिक खेले। इस दौरान हमने खिलाड़ियों को निखारा और काफी मेहनत की। विश्व कप जीतने पर मुझे बेहद खुशी है।
द्रविड़ ने आगे कहा कि बतौर खिलाड़ी ये पल इन्हें हमेशा याद रहेगा। इन्होंने काफी दर्शकों के बीच खेला। मैच टीवी पर टेलीकास्ट किए जा रहे थे। अब इन्हें मीडिया के सामने बोलने और अपनी बात रखने का मौका मिल रहा है। इनके लिए ये बेहद यादगार और अच्छा पल है। मैंने इन खिलाड़ियों से बात की और कहा कि 2012 में अंडर-19 विश्व कप जीतने वाली टीम के कई खिलाड़ी भारत के लिए खेले हैं। आपको भी अगर भारत के लिए खेलना है तो लगातार मेहनत करनी होगी।
द्रविड़ ने आगे कहा कि जब खिलाड़ी तैयार हो जाते हैं तो ये जरूरी है कि वो सीनियर टीम की तरफ से खेलें। वहीं, शॉ ने कहा कि मैं अपने पिता का शुक्रगुजार हूं और आज मैं उन्हीं की वजह से यहां तक पहुंचा हूं। मेरे पास अपनी खुशी व्यक्त करने के लिए शब्द नहीं हैं। मैं सभी लोगों का धन्यवाद करना चाहता हूं कि उन्होंने मुझपर भरोसा रखा।
पाकिस्तान के खिलाफ सेमीफाइनल पर द्रविड़ ने कहा कि हमने पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले के लिए कोई अलग और खास तैयारी नहीं की थी। हमने उस मैच में भी बांग्लादेश या फिर दूसरे लीग मैच की तरह ही खेला था। मुझे खुशी है कि इन खिलाड़ियों ने मैच के दबाव को खुद पर हावी नहीं होने दिया। मैं कभी ये दर्द लेकर नहीं बैठा कि मैं अपने करियर में कोई विश्व कप नहीं जीत सका। मुझे खुसी है कि इन युवा खिलाड़ियों ने किताब जीता और भारत का नाम रौशन किया।