कराची। राष्ट्रीय टीम प्रबंधन से मतभेदों के कारण हाल में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को संन्यास लेने वाले पूर्व तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर ने गुरूवार को पाकिस्तानी क्रिकेट में ‘भयावह’ ड्रेसिंग रूम संस्कृति पर लगाम कसने की मांग की। उन्होंने मीडिया से कहा, ‘‘खिलाड़ियों को कुछ आजादी दीजिये। ड्रेसिंग रूम में इस भयावह माहौल पर लगाम कसिये क्योंकि ये ही खिलाड़ी आपको मैचों में जीत दिलाते हैं।’’
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आमिर ने पिछले महीने यह आरोप लगाते हुए संन्यास ले लिया था कि राष्ट्रीय टीम के प्रबंधन ने उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया है जिसमें मुख्य कोच मिसबाह उल हक और गेंदबाजी कोच वकार यूनिस शामिल हैं। बायें हाथ के तेज गेंदबाज ने कहा कि उन्हें टीम से उनके प्रदर्शन की वजह से नहीं बल्कि व्यक्तिगत मुद्दों के कारण बाहर किया गया।
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उन्होंने कहा, ‘‘मुद्दा प्रदर्शन का नहीं था, मैं जानता हूं कि मैं मजबूत वापसी कर सकता हूं लेकिन यह उस मानसिक प्रताड़ना की बात है जिसमें वे आपको गुजारते हैं।’’ आमिर (28 वर्ष) ने कहा कि अगर कोच प्रदर्शन के बारे में बात कर रहे हैं तो उन्हें यह भी बताना चाहिए कि बांग्लादेश प्रीमियर लीग में 21 विकेट लेने के अगले दिन ही उन्हें बाहर क्यों कर दिया गया। उन्होंने पूछा, ‘‘अगर यह व्यक्तिगत मुद्दा नहीं है तो यह क्या है।’’
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