सिमंस का दावा, पहले टेस्ट मैच में इन दो खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर निर्भर होगा मैच का रिजल्ट
वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के मुख्य कोच फिल सिमंस ने कहा है कि पहले टेस्ट मैच में जेसन होल्डर और बेन स्टोक्स के बीच का मुकाबला काफी हद तक मैच का रिजल्ट तय करेगा।
कोरोना महामारी के कारण जहां पूरी दुनिया में कई प्रकार कि खेल गतिविधियों पर रोक लगी हुई हैं। वहीं इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने भरसक प्रयास के बाद अन्तराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी को इस महामारी के बीच संभव बना दिया है। जिसके चलते इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच 8 जुलाई से पहला टेस्ट मैच इंग्लैंड के द रोज बाउल मैदान, साउथैम्प्टन में खेला जाएगा। ऐसे में वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के मुख्य कोच फिल सिमंस ने कहा है कि पहले टेस्ट मैच में जेसन होल्डर और बेन स्टोक्स के बीच का मुकाबला काफी हद तक मैच का रिजल्ट तय करेगा। नियमित कप्तान जोए रूट की गैर मौजूदगी में स्टोक्स पहले टेस्ट मैच में इंग्लैंड टीम की कप्तानी करेंगे।
सिमंस ने संवाददाताओं से कहा, "मुझे लगता है कि यह इन दो ऑलराउंडरों के बीच मुकाबला होने वाला है और उम्मीद है कि जेसन इस टेस्ट में वो कर सकेंगे जो उन्हें बेन से ऊपर रखेगा। बेन उनमें से एक है जो आगे बढ़कर टीम का नेतृत्व करते हैं। यह हम पहले देख चुके हैं। इसलिए हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम उन्हें जल्दी आउट करें क्योंकि वह वही करना पसंद करते हैं जो उनके और उनकी टीम के लिए जरूरी होता है।"
होल्डर और स्टोक्स, आईसीसी की आलराउंडर टेस्ट रैंकिंग में क्रमश: पहले और दूसरे नंबर पर है। इतना ही नहीं व्यक्तिगत कारणों से जो रूट के इंग्लैंड टीम में नहीं रहने से सिमंस को कोई फायदा नहीं दिखता है।
उन्होंने कहा, "फायदा लेने के लिए आपको सतर्क रहना होगा क्योंकि रूट के न रहने पर कई ऐसे युवा हैं जो खुद का नाम बनाना चाहते हैं। और कभी-कभी यह युवा उनसे भी मुश्किल साबित होते हैं, जिन खिलाड़ियों के बारे में आप जानते हैं। इसलिए यह कहने में आपको बहुत सावधानी बरतनी होगी कि यह एक फायदा है।"
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बता दें कि इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच 8 जुलाई से तीन टेस्ट मैचों की सीरीज का आगाज द रोज बाउल, साउथैम्प्टन मैदान से होगा। जिसमें खिलाडी गेंद पर लार का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे, जबकि पसीने का इस्तेमाल होगा इतना ही नहीं मैदान पर फैन्स भी नहीं होंगे। घरेलू अम्पायरों का इस्तेमाल होगा और खिलाड़ियों पर भी सुरक्षा की द्रष्टि से कड़ी निगरानी राखी जाएगी कि जिससे वो अनजाने में गेंद पर लार ना लगा बैठे। इस तरह का द्रश्य अन्तराष्ट्रीय क्रिकेट इतिहास में शायद पहली बार देखने को मिलेगा।