कोरोनावायरस के कहर के बीच पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने जुलाई में इंग्लैंड दौरे पर जाने का फैसला किया है। लेकिन इस दौरे की तैयारी वो किस प्रकार करेगा इस पर अभी भी सवाल खड़े हुए हैं। ऐसे में पीसीबी ने इंग्लैंड दौरे की तैयारी के लिये शिविर आयोजित करने की सरकार से मंजूरी मांगने का फैसला किया है।
बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा,‘‘कई विकल्पों पर विचार किया जा रहा है लेकिन सबसे अहम यह है कि बोर्ड को सरकार से मंजूरी मिले।’’
बोर्ड लाहौर स्थित हाई परफार्मेंस सेंटर में शिविर लगाना चाहता है लेकिन वहां एक समय में 20 खिलाड़ियों के रहने की सुविधा नहीं है। अधिकारी ने कहा ,‘‘मुख्य कोच और मुख्य चयनकर्ता मिसबाह उल हक कम से कम 25 खिलाड़ियों को शिविर में चाहते हैं और सूची को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इससे पहले बोर्ड को सेंटर पर जैविक सुरक्षित माहौल तैयार करना होगा ताकि सभी सुरक्षित रहें।’’
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पाकिस्तान में अभी तक कोरोना वायरस संक्रमण के 85000 से अधिक मामले आ चुके हैं जबकि ब्रिटेन में दो लाख 70 हजार का आंकड़ा पार हो चुका है।
बता दें कुछ दिनों पहले पीसीबी के एक सूत्र ने कहा था ‘‘शिविर के आयोजन का इंतजाम करना पीसीबी के लिए सिरदर्द बन गया है क्योंकि लाहौर की राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में तीस से अधिक खिलाड़ियों के साथ अधिकारियों को ठहराने की सुविधा नहीं है।’’ सूत्र ने कहा कि मिसबाह और बोर्ड सहमत हैं कि सभी खिलाड़ी एक ही समय में सुरक्षित स्थान पर जाएंगे और इंग्लैंड दौरे के लिए टीम के रवाना होने तक वहीं रहेंगे।
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सूत्र ने कहा, ‘‘विचार यह है कि खिलाड़ी एनसीए में रहेंगे और समूहों में ट्रेनिंग करेंगे और अकादमी की सुविधाओं का इस्तेमाल ट्रेनिंग और नेट अभ्यास के लिए करेंगे। लेकिन समस्या इतनी बड़ी संख्या में खिलाड़ियों और अधिकारियों को एक साथ ठहराने की है।’’
मिसबाह ने स्पष्ट कर दिया है कि खिलाड़ी एक बार अकादमी में आने के बाद घर नहीं जा पाएंगे और ट्रेनिंग में शामिल खिलाड़ियों के अलावा किसी बाहरी व्यक्ति से नहीं मिल पाएंगे।
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