नई दिल्ली। पेशेवर क्रिकेट संघ (पीसीए) उस ‘पुरानी’ प्रणाली में बदलाव लाने की कोशिश कर रहा है जिसमें बिना केंद्रीय अनुबंध वाले इंग्लैंड के क्रिकेटरों को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में भाग लेने पर अपने वार्षिक वेतन के अनुपात का भुगतान करने के लिए मजबूर होना पड़ता है। मौजूदा प्रणाली के अनुसार, केंद्रीय अनुबंध के बाहर के इंग्लैंड के क्रिकेटरों को काउंटी में पहले 21 दिन के खेल से चूकने के कारण वार्षिक वेतन का एक प्रतिशत हिस्सा देना होता है। इसके बाद हर दिन के हिसाब से 0.7 प्रतिशत (वेतन का) का भुगतान करना होता है।
पीसीए के क्रिकेट संचालन निदेशक डेरिल मिशेल ने ईएसपीएनक्रिकइंफो को बताया, ‘‘ आईपीएल में भाग लेने वालों के लिए काउंटी वेतन से कटौती के लिए एक प्रणाली को 2010 में तैयार किया गया था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें इसके बारे में सदस्यों से अनुरोध प्राप्त हुए हैं और हमें लगता है कि इसे अपडेट करने की आवश्यकता है। इस प्रणाली के बारे में चर्चा करने की जरूरत है।’’
सैम बिलिंग्स (केंट/दिल्ली कैपिटल्स), क्रिस जॉर्डन (ससेक्स/पंजाब किंग्स), लियाम लिविंगस्टोन (लंकाशर/राजस्थान रॉयल्स) और डेविड मलान (यॉर्कशर/पंजाब किंग्स) इंग्लैंड के ऐसे चार खिलाड़ी हैं, जो केंद्रीय अनुबंध के बिना इस साल की शुरुआत में प्रभावित हुए थे क्योंकि कोविड-19 के कारण अप्रैल-मई में आईपीएल को स्थगित करने के लिए मजबूर होना पड़ा था।
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