कभी टेस्ट में नंबर 1 रही पाकिस्तान टीम का 'अर्श से फर्श' तक का सफर
कभी टेस्ट क्रिकेट में नंबर एक टीम रही पाकिस्तान की हालत आज इतनी खराब है कि वो आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में 8वें स्थान पर है। उनसे नीचे अब बांग्लादेश और अफगानिस्तान की टीम ही है।
फर्श से अर्श तक के तो आपने कई किस्से सुने होंगे, लेकिन आज हम आपको पाकिस्तान क्रिकेट टीम के अर्श से फर्श तक की सफर के बारे में बताने जा रहे हैं। कभी टेस्ट क्रिकेट में नंबर रही इस टीम का आज हालत इतनी खराब है कि वो आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में 8वें स्थान पर है। उनसे नीचे अब बांग्लादेश और अफगानिस्तान की टीम ही है। अगस्त 2016 में पाकिस्तान 28 साल बाद टेस्ट में नंबर 1 टीम बना था। उस समय पाकिस्तान की टीम तगड़ी फॉर्म में थी। 2014 से लेकर 2016 तक एक भी मैच नहीं हारी थी। वो कहते हैं ना मेहनत करो तो किस्मत भी तुम्हारा साथ देती है। ऐसा ही कुछ पाकिस्तान के साथ हुआ था। 2014 से 2016 तक पाकिस्तान ने 6 टेस्ट सीरीज खेली थी जिसमें उन्होंने 4 जीती थी और दो सीरीज ड्रॉ रही थी।
पाकिस्तान की इस धाकड़ परफॉर्मेंस के इतर श्रीलंका ने ऑस्ट्रेलिया पर वाइट वॉश किया और बारिश के कारण भारत और वेस्टइंडीज का मैच ड्रॉ हो गया। भारत का मैच ड्रॉ होती ही पाकिस्तान टेस्ट क्रिकेट में नंबर एक के स्थान पर पहुंच गया।
'बादशाह बनना तो आसान है, लेकिन उस बादशाहत को कायम रखना कठिन है' पाकिस्तान की टीम के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। इंग्लैंड के खिलाफ उसी के घर में 2-2 से सीरीज ड्रॉ करने के बाद पाकिस्तान ने वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन टेस्ट मैच की सीरीज खेली जिसे उन्होंने 2-1 से जीता। इसके बाद न्यूजीलैंड ने उनपर 2-0 और फिर ऑस्ट्रेलिया ने 3-0 से क्लीन स्वीप किया।
यूएई से बाहर एक बार फिर पाकिस्तान की नैया डूबती नजर आ गई थी। इसके बाद पाकिस्तान ने वेस्टइंडीज के खिलाफ उसी के घर पर सीरीज 2-1 से अपने नाम कि और जीत के ट्रैक पर वापस लौटना चाहा। इस सीरीज के तुरंत बाद ही पाकिस्तानी कप्तान मिस्बाह उल हक ने रिटायरमेंट लेकर सबको चौंका दिया।
मिस्बाह के बाद पाकिस्तान ने सरफराज अहमद को टीम का कप्तान नियुक्त किया गया। सरफराज की कप्तानी में पाकिस्तान ने 2017 से 2019 के बीच कुल 13 टेस्ट मैच खेले जिसमें उन्हें 4 में जीत तो 8 मैचों में हार का सामना करना पड़ा। इस दौरान एक मैच ड्रॉ भी रहा।
सरफराज की इस खराब कप्तानी के बाद पाकिस्तानी चयनकर्ताओं ने उनसे कप्तानी छीन ली और अब ऑस्ट्रेलिया टूर के लिए अजहर अली को नया कप्तान नियुक्त करा। कप्तान तो बदला लेकिन टीम की परफॉर्मेंस में कोई बदलाव नहीं आया।
अजर अली की कप्तानी में पाकिस्तान ऑस्ट्रेलिया को उसी की जमीं पर चुनौती देने पहुंची, लेकिन वो मेजबानों के आगे एकदम फीकी नजर आई। दो मैच की इस टेस्ट सीरीज में पाकिस्तान को दोनों मैचों में एक इनिंग और क्रमश: 5 और 48 रन से हार का सामना करना पड़ा। अजर अली की कप्तानी में पाकिस्तान ने तीन टेस्ट मैच खेले हैं और तीनों मैचों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। अजर ने टेस्ट क्रिकेट में पहली बार कप्तानी नवंबर 2016 में न्यूजीलैंड के खिलाफ की थी।
इस लगातार हर के बाद पाकिस्तान की टीम अब टेस्ट क्रिकेट में नंबर 1 से नंबर 8 पर ही पहुंच गई है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो वो दिन दूर नहीं जब बांग्लादेश और अफगानिस्तान जैसी टीमें उनसे आगे निकल जाएगी।