भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच जारी चौथे टेस्ट में भारत ने मेजबानों पर अपना पूरा शिकंजा कस लिया है। पहले भारत ने बल्लेबाजी करते हुए 7 विकेट के नुकसान पर 622 रन बनाए वहीं, इसके बाद भारत ने तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया को 236 रन के स्कोर पर 6 झटके भी दिए।
भारत अब इस टेस्ट सीरीज में अपनी तीसरी जीत से कुछ कदम ही दूर है। अगर भारत यह मैच जीत जाता है या फिर यह मैच ड्रॉ भी रहता है तो 72 साल में पहली बार भारत ऑस्ट्रेलिया को उसकी सरजमीं पर पहली बार मात देगा।
सिडनी में भारत अगर ऑस्ट्रेलिया पर मजबूत पकड़ बना पाया है तो वो सिर्फ पाकिस्तान के तेज गेंदबाजों की वजह से। जी हां, सही पढ़ा। भारत ने पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया गेंदबाजों की पिटाई करते हुए 622 रनों का विशाल लक्ष्य खड़ा किया था। ऐसा संभव सिर्फ पाकिस्तान के तेज गेंदबाजों की वजह से ही हो पाया। अब हम बताते हैं कैसे।
मैच से पहले भारत ने नेट्स में पाकिस्तान के तीन गेंदबाजों के साथ प्रैक्टिस की थी। ये तीनों गेंदबाज 145 से अधिक की गति से गेंद डालते थे। इन गेंदबाजों के साथ नेट्स में प्रैक्टिस करने का फायदा भारत को मैच के दौरान मिला।
हुआ यू कि भारत के बैटिंग कोच संजय बांगर ने ऑस्ट्रेलिया में क्रिकेट अकादमी चलाने वाले अपने एक दोस्त से नेट्स में प्रैक्टिस के लिए तीन गेंदबाजों की मदद मांगी। बांगर ने अपने दोस्त को साफ कर दिया था कि उन्हों 145 किमी से तेज गति वाले गेंदबाज चाहिए जिसकी मदद से भारत नेट्स में अपनी कमियों को दूर कर सके।
इन तीन गेंदबाजों के नाम सलमान इरशाद, हैरिस राउफ और अब्बास बलोच है। हैरिस और सलमान तो लगातार पाकिस्तान की घरेलू टी20 लीग पाकिस्तान सुपर लीग में खेलते। अब्बास की पैदाइश तो पाकिस्तान की है, लेकिन वह ऑस्ट्रेलिया में प्रोफेशनल क्रिकेट खेलते हैं।
Latest Cricket News