क्रिकेट के सबसे मुश्किल फॉर्मेट टेस्ट क्रिकेट में रन बनाना हमेशा से ही चुनौतीपूर्ण रहा है क्योंकि इस फॉर्मेट में बल्लेबाजों को तकनीक के साथ-साथ संयम का परिचय देना होता है। टेस्ट क्रिकेट में वैसे तो तकनीक और संयम के दम पर कई क्रिकेटरों ने नाम कमाया लेकिन जो रूतबा वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा ने हासिल किया वो शायद ही किसी के नसीब में आया। यही वजह है कि जब ब्रॉयन लारा ने 1994 में इंग्लैंड जैसी टीम के खिलाफ 375 रनों की पारी खेल टेस्ट क्रिकेट का सर्वाधिक स्कोर का रिकॉर्ड अपने नाम किया था तब किसी ने भी नहीं सोचा होगा कि ये रिकॉर्ड कोई ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज 9 साल बाद तोड़ देगा। जी हां, हम बात कर रहे हैं ऑस्ट्रेलियाई के पूर्व सलामी बल्लेबाज मैथ्यू हेडन की जिन्होंने आज ही के दिन साल 2003 में ब्रायन लारा के 375 रनों के रिकॉर्ड को ध्वस्त कर सनसनी मचा दी थी।
मैथ्यू हेडन ने 10 अक्टूबर 2003 को जिम्बाब्वे के खिलाफ पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट में 380 रनों की पारी खेल क्रिकेट जगत को हैरान कर दिया था। इस पारी में हेडन ने कुल 437 गेंदों का सामना किया और 38 चौके लगाए। इसके अलावा उनके बल्ले से 11 छक्के भी निकले। इस पारी के दौरान हेडन ने 622 मिनट बल्लेबाजी की और उनका स्ट्राइक रेट 86.95 का रहा। हेडन की इस पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया 735 रन का विशाल स्कोर खड़ा करने में सफल रहा।
इस विशाल स्कोर के जवाब में जिम्बाब्वे की टीम पहली पारी में सिर्फ 239 रन पर ढेर हो गई जिसके बाद मेहमान टीम का फॉलोआन खेलना पड़ा और टीम एक बार फिर 321 रनों पर ऑलआउट हो गई। इस तरह ऑस्ट्रेलिया ने ये मुकाबला पारी और 175 रनों के बड़े अंतर से अपने नाम कर लिया। इस मैच में 380 रनों की पारी खेलने वाले मैथ्यू हेडन को मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
मैथ्यू हेडन 380 रनों की पारी खेलने के साथ ही टेस्ट क्रिकेट का सर्वोच्च स्कोर अपने नाम करने में सफल रहे। हालांकि उनका ये रिकॉर्ड ज्यादा दिनों तक कायम नहीं रहा और ब्रायन लारा ने करीब 6 महीने बाद अप्रेल 2004 में इंग्लैंड के खिलाफ 400 रनों की पारी खेलते हुए एक बार फिर ये बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया।
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