टीम इंडिया के लिए 28 साल का वक्त काफी मायनों में खास है। 1983 वर्ल्ड कप जीतने के बाद भारत ने 2011 में 28 साल लंबे इंतजार के बाद वर्ल्ड कप जीता था, वहीं इतने ही लंबे अंतराल बाद भारत ने लॉर्ड्स में अपना दूसरा टेस्ट मैच भी जीता था। क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले इस मैदान पर भारत ने अपना पहला टेस्ट मैच 10 जून 1986 को कपिल देव की अगुवाई में जीता था। इसके बाद भारत को 28 साल का इंतजार करना पड़ा था।
आज ही के दिन भारत ने 2014 में महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में मेजबान इंग्लैंड को 95 रनों से मात देकर लॉर्ड्स में अपना दूसरा टेस्ट मैच जीता था। यह वही सरीजी है जिसमें भारतीय मौजूदा कप्तान विराट कोहली अपनी फॉर्म से जूझ रहे थे।
इस मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए अजिंक्य रहाणे (103) के शतक की मदद से 295 रन बनाए। इसके बाद मेजबानों ने भारत को मुंह तोड़ जवाब देते हुए 319 रन बनाए और भारत पर 24 रन की बढ़त हासिल की। भारत की ओर से भुवनेश्वर कुमार ने सबसे अधिक 6 विकेट चटकाए थे।
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दूसरी पारी में भारतीय सलामी बल्लेबाज मुरली विजय और रविंद्र जडेजा ने शानदार प्रदर्शन किया और दूसरी पारी में भारत 342 रन बनाने में कामयाब रहा। भारत की ओर से मुरली विजय ने 95 तो जडेजा ने 68 रनों की शानदार पारी खेली, वहीं विराट कोहली एक बार फिर शून्य के स्कोर पर आउट हुए थे। भारत ने मेजबानों को जीत के लिए 319 रन का लक्ष्य दिया।
आखिरी इनिंग में किसी भी टीम के लिए इस लक्ष्य तक पहुंचना मुश्किल है। भारतीय गेंदबाजों ने एक बार फिर लाजवाब प्रदर्शन करते हुए इंग्लैंड को शुरुआती झटके दिए। एक समय ऐसा आ गया था जब इंग्लैंड के 72 रन पर 4 विकेट गिर गए थे, लेकिन इसके बाद मोइन अली और जो रूट ने पारी को संभाला। दोनों खिलाड़ियों ने 5वें विकेट के लिए 101 रन जोड़े।
147 गेंदों पर 39 रन बनाकर मोइन अली इशांत शर्मा का शिकार बने। इसके बाद इंग्लैंड की टीम ताश के पत्तों की तरह ढह गई। भारत ने इंग्लैंड को 223 रनों पर ऑलआउट कर यह मैच 95 रनों से अपने नाम किया। भारतीय टीम में वापसी कर रहे इशांत शर्मा ने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ परफॉर्मेंस देते हुए सबसे अधिक 7 विकेट हासिल किए। उनको इस मैच विनिंग परफॉर्मेंस की वजह से मैन ऑफ द मैच के अवॉर्ड से भी नवाजा गया था।
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