On This Day : टेस्ट में डेब्यू के 10 साल विराट के लिए रहा है बेमिसाल, जानें कैसे बने 'टेस्ट में बेस्ट'
टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू से लेकर अबतक का सफर विराट कोहली के काफी खास रहा है। हालांकि डेब्यू मैच में विराट कोहली कुछ खास कमाल नहीं कर पाए थे। वेस्टइंडीज के खिलाफ जमैका में किंग्सस्टन मैदान पर अपने पहले मैच में वह सिर्फ 19 रन ही बना पाए थे।
20 जून 2011, आज ही के दिन टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में अपना डेब्यू किया था। कोहली को टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किए आज पूरे 10 साल हो गए हैं और उन्होंने इस फॉर्मेट में अबतक कुल 92 मैच खेलकर 7534 रन बना चुके हैं। इस दौरान दुनिया के इस दिग्गज बल्लेबाज ने 52.68 की औसत से रन बनाया है जिसमें 27 शतक और 25 अर्द्धशतक शामिल है। इसके अलावा उन्होंने ने इस फॉर्मेट में 7 बार दोहरा शतक भी लगाया है।
टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू से लेकर अबतक का सफर विराट कोहली के काफी खास रहा है। हालांकि डेब्यू मैच में विराट कोहली कुछ खास कमाल नहीं कर पाए थे। वेस्टइंडीज के खिलाफ जमैका में किंग्सस्टन मैदान पर अपने पहले मैच में वह सिर्फ 19 रन ही बना पाए थे। उन्होंने पहली पारी में मजह 4 और दूसरी पारी में 19 बनाए।
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इस मैच में विराट पांचवे नंबर बल्लेबाजी करने उतरे थे। यह वह समय था जब टीम में सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण, राहुल द्रविड़ जैसे दिग्गज खिलाड़ी टीम में खेल रहे थे। उस दौरान युवा कोहली के लिए टीम के प्लेइंग इलेवन में जगह बनाना काफी मुश्किल था लेकिन टॉप ऑर्डर के दिग्गज क्रिकेटरों ने जैसे ही संन्यास लिया कोहली ने इसके बाद से पीछे मुड़कर नहीं देखा और अपने प्रदर्शन से टीम में अपनी जगह पक्की कर ली।
2014 में मिली कप्तानी
टेस्ट में डेब्यू के साथ ही विराट कोहली के लिए नए रास्ते बनने लगे। टीम के सीनियर खिलाड़ियों में से वीवीएस लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ ने साल 2012 में संन्यास ले लिया, इसके बाद ठीक दो साल बाद वीरेंद्र सहवाग और जहीर खान ने भी इस फॉर्मेट को अलविदा कह दिया।
साल 2014 के अंत तक आते दिसंबर महीने में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई। भारत के लिए यह दौरा किसी बुरे सपने से कम नहीं कम नहीं था। टीम को यहां करारी हार का सामना करना पड़ा और इस दौरे के साथ ही टीम के तत्कालिन कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
धोनी के कप्तानी से हटने के बाद विराट कोहली को यह जिम्मेदारी दी गई। तब से लेकर अब तक उन्होंने 61 टेस्ट में भारत की कप्तानी की है। इसमें से टीम इंडिया ने 36 टेस्ट जीते हैं और 14 में हार मिली।
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इस दौरान विराट ने धोनी के सबसे ज्यादा टेस्ट में कप्तानी के और सबसे ज्यादा जीत के, ये दोनों रिकॉर्ड तोड़ दिए। धोनी ने 60 टेस्ट में कप्तानी की थी।
दुनिया के टॉप-4 टेस्ट बल्लेबाजों में कोहली
टेस्ट डेब्यू के बाद से ही कप्तान कोहली लगातार अपने शानदार प्रदर्शन से दुनिया में एक अलग छाप छोड़ी है। यही कारण है मौजूदा टेस्ट क्रिकेट में यह खिलाड़ी दुनिया टॉप-4 बल्लेबाजों में एक माने जाते हैं। इस लिस्ट में ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ, इंग्लैंड के जो रूट और न्यूजीलैंड के केन विलियमसन का नाम भी आता है।
टेस्ट क्रिकेट में अक्सर यह बहस देखने को मिलती है की आखिरी इस फॉर्मेट में का सबसे बेहतरीन खिलाड़ी कौन है। हालांकि आंकड़े पर नजर डाले तो यह साफ हो जाएगा की टेस्ट में डेब्यू के बाद से भारत का यह सितार सिर्फ इंग्लैंड के जो रूट से पीछे हैं।
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जो रूट इंग्लैंड के लिए अबतक कुल 105 टेस्ट मैच खेल चुके हैं जिसमें उन्होंने 8714 रन बनाए हैं। वहीं कोहली इस फॉर्मेट में अबतक 100 मैच भी पूरे नहीं किए हैं लेकिन जिस तरह से यह खिलाड़ी अपना जौहर दिखा रहा है वह दिन दूर नहीं जब वह जो रूट को पीछे छोड़ देंगे।