उम्र का हवाला देकर टीम में न लेने से होता है दुख: आशीष नेहरा
नई दिल्ली: घरेलू क्रिकेट में अच्छे प्रदर्शन के बावजूद टीम से बाहर रहने का तेज़ गेंदबाज़ आशीष नेहरा को बहुत मलाल है और उनका कहना है कि अगर आपने वर्ल्ड कप में अच्छा किया है
विराट का गुस्सा
देखिए अभी उनकी उम्र सिर्फ 26 27 साल है, आगे सीखेंगे, गुस्से ने काम किया तो सब बोलेंगे ग्रेट एग्रेसिव कैप्टन लेकिन अगर नहीं चला तो लोग फ्रस्ट्रेशन कहेंगे, सबने उनको कैपटन बनाया है तो कुछ सोच समझ कर बनाया होगा ।
टीम बांग्लादेश जा रही है छोटी टीम है लेकिन पाकिस्तान को वनडे में हराया, इस सीरीज में आपको क्या लगता है टीम इंडिया क्या पा सकती है?
बांग्लादेश वर्ल्ड कप क्वार्टरफाइनल खेली है, बांग्लादेश ने बड़े उलटफेर किए हैं, मैं सोचता हूं कि हर सीरीज आपके लिए अहम है, आपको ज्यादा से ज्यादा मैच जीतने हैं। नए खिलाड़ियों के लिए ये सीरीज बेहद अहम है, मोहित भुवनेश्वर के लिए ये अहम दौरा है, इन छोटी सीरीज से ही बड़ी सीरीज की तैयारी होगी।
टेस्ट क्रिकेट बड़ा चैलेंज है टीम इंडिया के लिए?
देखिए अगर आप इंडिया में खेलेंगे तो आप अच्छा प्रदर्शन करेंगे ही हमें हमेशा दिक्कत हुई है जब हम ऑस्ट्रेलिया साउथ अफ्रीका इंग्लैंड गए हैं। जब दिग्गज खेलते थे तब भी हुई है, टेस्ट क्रिकेट आसान नहीं है, लेकिन अपनी यंग क्रिकेटर्स को अगर अच्छे से निखारा जाए तो टेस्ट क्रिकेट में हम अच्छा प्रदर्शन करेंगे अगले एक साल में हम अपने ही देश में खेलेंगे तो मुझे नहीं लगता कि कोई मुश्किल होगी, आपको बस भविष्य के लिए काम करते रहना चाहिए। टेस्ट क्रिकेट में सीनियर्स ने अच्छा प्रदर्शन किया है ज्यादा उम्र का हवाला देकर आपको टीम में न चुना जाए ये नहीं होना चाहिए।
पिछले कई सालों में हमें पेसर्स ने नहीं स्पिनर्स ने ज्यादा तंग किया है ।
देखिए ये कोई कमजोरी नहीं है, इंग्लैंड में मोइन अली ने तंग किया ये सरप्राइज था लेकिन और गेंदबाजों ने स्पिन फ्रेंडली विकेट पर ही अच्छा किया है और हमारे गेंदबाजों ने भी वहां अच्छा किया है, अच्छी पिच पर अच्छा स्पिनर विकेट जरूर लेगा, ओवरऑल आप देखें तो इंडियन क्रिकेट काफी आगे जा रही है, आईपीएल से बड़ा फर्क पड़ा है,
बांग्लादेश तैयारी कर रहा है स्पिन विकेट बना रहा है
देखिए उनके पास दो तीन अच्छे लेफ्ट आर्म स्पिनर हैं, बांग्लादेश ऐसी टीम है जो स्पिन हैवी रही है, उनकी टीम अच्छा प्रदर्शन करती रही है लेकिन जैसा टैलेंट हमारे पास है मुझे लगता है टीम इंडिया को अच्चा करना चाहिए
विदेशी और देसी कोच में फर्क क्या होता है?
देखिए मैं किसी देसी कोच के अंडर खेला नहीं, जॉन राइट ने कल्चर चेंज किया था गांगुली के साथ, टीम ने मेहनत की, कर्स्टन ने बेहद शानदार प्रदर्शन किया, टीम इंडिया के लिए देसी कोच रखें या विदेशी ये कहना काफी मुश्किल होगा, लाइकिंग डिसलाइकिंग हर कोच की होती है, कुछ प्लेयर्स तो फेवरेट होते ही हैं, इंडियन कोच भी अच्छा कर सकता है विदेशी भी कर सकता है हम तो सिर्फ खेल सकते हैं मेहनत से ही अच्छा रिजल्ट मिलता है ।
इंडिया पाकिस्तान सीरीज पर आपकी राय
पाक से काफी सीरीज खेला हूं मैं, मेरी राय की तो अहमियत नहीं है ये तो पीसीबी बीसीसीआई और दोनों देशों की सरकारों के ऊपर है। मैं तो उम्मीद करता हूं कि पाक में माहौल सुधरे तो सब वहां जाकर खेलें क्रिकेट के हिसाब से मैं चाहता हूं कि भारत पाक क्रिकेट हो ।