पाकिस्तान के कप्तान अजहर अली का कहना है कि उन्होंने उस समय काफी दबाव महसूस किया जब वह इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे थे। हालांकि अजहर ने कहा कि इस दौरान कप्तानी छोड़ने का विचार उनके दिमाग से कभी नहीं आया।
पाकिस्तान ने तीन टेस्ट मैचों की सीरीज 0-1 से गंवा दी क्योंकि साउथेम्प्टन में खेला गया अंतिम टेस्ट भी मंगलवार को ड्रॉ हो गया। इससे पहले दूसरा टेस्ट भी बारिश के चलते ड्रॉ पर खत्म हुआ था जबकि पहले टेस्ट में मेजबान इंग्लैंड ने 3 विकेट से जीत दर्ज की थी।
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तीसरे टेस्ट की पहली पारी में शतक जड़ने से पहले अजहर को रन न बनाने के कारण आलोचना का सामना करना पड़ा था। जब संवाददाताओं ने अजहर से पूछा कि क्या सीरीज के दौरान कप्तानी छोड़ना चाहते थे, इस पर पाकिस्तानी कप्तान ने कहा, "नहीं, मेरा पूरा ध्यान इस सीरीज पर केंद्रित था। यह विचार मेरे दिमाग में कभी नहीं आया। हां, दबाव था लेकिन मेरा फोकस प्रदर्शन पर था।"
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अजहर ने कहा, "पहला टेस्ट हारने के बाद कप्तान के रूप में मुझे दबाव और आलोचना झेलनी पड़ी। लेकिन मैंने इसका जवाब अपने प्रदर्शन से देने की कसम खाई। टीम प्रबंधन के अनुभव ने भी हमें पहली टेस्ट की हार के बाद बढ़ने में मदद की।”
गौरतलब है कि इंग्लैंड ने साल 2010 के बाद पाकिस्तान के खिलाफ कोई टेस्ट सीरीज अपने नाम की है। उन्होंने आगे कहा, "हम सीरीज न जीत पाने के कारण निराश हैं। हम यहां केवल सीरीज ड्रॉ कराने नहीं बल्कि इसे जीतने के लिए भी आए थे। हमें मौका मिला, लेकिन चूक गए। काफी क्रेडिट इग्लैंड को भीजाता है, जिन्होंने मौकों का फायदा उठाया।"
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