जब टीम बस ड्राइवर बन खिलाड़ियों को स्टेडियम से होटल ले गए थे धोनी, लक्ष्मण ने बताया मजेदार किस्सा
वीवीएस लक्ष्मण ने धोनी के साथ दो बेहद ही फनी मूवमेंट के बारे में बताया है। जिसमें वो एक बार टेस्ट क्रिकेट में पहला शतक मारकर संन्यास लेना चाहते थे जबकि दूसीर बार उन्होंने टीम की बस चलाई थी।
क्रिकेट के मैदान में परिस्थितियां कैसी भी हो लेकिन टीम इंडिया के पूर्व कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी के चेहरे पर एक भी शिकन नहीं नजर आती थी। उनका चेहरा हमेशा एक ही तरह से शांत रहता था। जबकि उनके दिमाग में पूरा मैच चल रहा होता था। इस तरह मैदान के अंदर शांत और गंभीर दिखने वाले धोनी मैदान के बाहर काफी मजाकिया इंसान भी है। जिसके बार में उनके साथ खेलने वाले टीम इंडिया के पूर्व टेस्ट स्पेशलिस्ट बल्ल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने धोनी के साथ दो बेहद ही फनी मूवमेंट के बारे में बताया है। जिसमें वो एक बार टेस्ट क्रिकेट में पहला शतक मारकर संन्यास लेना चाहते थे जबकि दूसीर बार उन्होंने टीम की बस चलाई थी।
लक्ष्मण ने स्टार स्पोर्ट्स के क्रिकेट कनेक्ट शो में धोनी के साथ खूबसूरत पलो को याद करते हुए कहा, "मुझे अभी भी याद है साल 2006 में पाकिस्तान के खिलाफ फैसलाबाद टेस्ट मैच में जब महेंद्र सिंह धोनी अपने करियर का पहला टेस्ट शतक मारकर अंदर आए तो वो चिल्लाकर बोले मैं टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने जा रहा हूँ। एमएस धोनी ने टेस्ट क्रिकेट में शतक मारा, बस यार काफी है। इअसके अलावा टेस्ट क्रिकेट से और कुछ नहीं चाहिए। इसके बाद हम सभी काफी चौंक गए थे। लेकिन धोनी इस तरह का मजाक करते रहते थे।"
इसके बाद लक्ष्मण ने साल 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नागपुर टेस्ट मैच को याद करते हुए बताया कि कैसे धोनी टीम की बस स्टेडियम से होटल तक ले गए थे।
लक्ष्मण ने कहा, "वह भारतीय टीम के कप्तान थे क्योंकि अनिल [कुंबले] ने दिल्ली में (2008 में) दो मैच पहले ही संन्यास की घोषणा कर दी थी। और एमएस धोनी ने टीम बस ड्राइवर को उसके पीछे जाने के लिए कहा, और उसने टीम बस को स्टेडीयम से नागपुर के होटल तक पहुंचा दिया, और हम सभी बहुत हैरान थे कि भारतीय टीम के कप्तान, टीम बस चला रहे हैं!"
लक्ष्मण ने आगे कहा, "इस तरह वो अपने जीवन का आनंद लेता था। एक क्रिकेटर होने के नाते उसे अपने जीवन में सबकुछ हासिल किया मगर मैदान के बाहर वो एक आम इंसान की तरह ही व्यवहार करता है
बता दें कि धोनी भारत को आईसीसी की तीनो ट्रॉफी ( 2007 टी20 विश्वकप, 2011 विश्वकप और 2013 चैम्पियंस ट्राफी ) जिताने वाले एकमात्र कप्तान हैं। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से साल 2014 में ही संन्यास ले लिया था। जिसके बाद पिछले साल 2019 विश्वकप में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए मैच में रन आउट होने के बाद अब धोनी ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। हलांकि इसके बावजूद वो 19 सितंबर से शुरू होने वाले आईपीएल में चेन्नई की टीम के लिए कप्तानी करते हुए जरूर नजर आएंगे।