महेंद्र सिंह धोनी पिछले काफी लंबे समय से आउट ऑफ फॉर्म चल रहे थे जिसके बाद हर जगह उनकी आलोचना हो रही थी, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जारी वनडे सीरीज में धोनी अपने रंग में वापस लौटते नजर आ रहे हैं। इस सीरीज में धोनी ने अभी तक 2 अर्धशतकीय पारी खेली है और वो मेलबर्न में जारी तीसरे वनडे में भी अच्छे टच में दिखाई दे रहे हैं।
धोनी को अभी जितने तेज विकेट के पीछे कीपिंग करते हुए उतने ही तेज वो विकेट के बीच रन लेते हुए भी दिखाई देते हैं। धोनी अब 37 साल के हो गए हैं, लेकिन वो आज भी कई युवाओं से तेज विकेट के बीच में रन दौड़ते हुए दिखाई देते हैं।
एक ऐसा ही नजारा इस मैच में भी देखने को मिला। दरअसल, 22वें ओवर की दूसरे गेंद पर जब कोहली ने पॉइंट की दिशा में शॉट मारा तो धोनी रन लेना चाहते थे, लेकिन वहां खड़े उस्मान ख्वाजा ने बेहतरीन फील्डिंग करते हुए गेंद को रोक दिया और गेंद कीपर के हाथों में फेंक दी। धोनी तब तक आधी पिच पर पहुंच चुके थे। धोनी तुरंत वापस अपने छोर की तरफ दौड़े और गेंद के विकेट पर लगने से पहले वहां पहुंच गए।
देखें वीडियो- (0.30 सेकंड से शुरु)
उल्लेखनीय है, लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल (42 रन पर छह विकेट) की फिरकी के जादू से भारत ने शुक्रवार को यहां तीसरे और अंतिम एकदिवसीय क्रिकेट मैच में ऑस्ट्रेलिया को 48.4 ओवर में 230 रन पर आउट कर दिया।
तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला 1-1 की बराबरी पर है जिसे जीतने के लिए भारत को 231 रन की जरूरत है। श्रृंखला में अपना पहला मैच खेल रहे चहल ने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 10 ओवर में 42 रन देकर छह विकेट लिये। उनका पिछला सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दक्षिण अफ्रीका के सेंचुरियन में 22 रन पर पांच विकेट था।
उन्होंने आस्ट्रेलिया में किसी भारतीय गेंदबाज की सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की बराबरी की। इससे पहले अजित अगरकर ने भी इसी मैदान पर 42 रन देकर छह विकेट लिये थे। यह इस मैदान पर किसी विदेशी गेंदबाज का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी है। अगरकर ने 2004 में त्रिकोणीय श्रृंखला में यह प्रदर्शन किया था।
Latest Cricket News