मिस्बाह को गरीबों का महेंद्र सिंह धोनी मानते हैं पाकिस्तान के रमीज राजा, बताई ये वजह
पाकिस्तान क्रिकेट के पूर्व कप्तान रमीज राजा ने पाकिस्तान टीम के मुख्य कोच मिस्बाह उल हक़ को गरीबों का महेंद्र सिंह धोनी करार दिया है।
पाकिस्तान क्रिकेट के पूर्व कप्तान व वर्तमान में कमेंट्री करने वाले रमीज राजा ने पाकिस्तान टीम के मुख्य कोच मिस्बाह उल हक़ को गरीबों का महेंद्र सिंह धोनी करार दिया है। उनका मानना है की मिस्बाह का स्वभाव भी धोनी की तरह काफी शांत है लेकिन अब बदलते आधुनिक क्रिकेट के हिसाब से उन्हें अपनी सोच में भी बदलाव करना होगा।
रमीज राजा ने क्रिकेट बाज यूट्यूब चैनल से कहा, "मिस्बाह की ट्रेनिंग और तैयार करने का तरीका काफी अलग है। इस तरह से हम उन्हें गरीबों का एमएस धोनी भी कह सकते हैं। क्योंकि जिस तरह से धोनी काफी शांत है ठीक उसी तरह मिस्बाह के चेहरे पर भी कोई हाव - भाव नहीं नजर आता। लेकिन अब मेरा मानना है कि उसे आधुनिक तरीके से सोचना चाहिए।"
रमीज ने आगे मिस्बाह के बारे में कहा, "पाकिस्तान क्रिकेट हमेशा अपने आक्रामक गेम के लिए जाना गया है। ऐसे में मिस्बाह को अपना जीपीएस सही करना चाहिए। मुझे कई बार लगता है कि वह बहुत अधिक संभल जाते हैं और जैसे ही हम मैच हारते हैं वह एक तरह से कैद में चले जाते हैं। हमें हार से नहीं डरना चाहिए।"
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वहीं रमीज ने अंत में भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जाने वाली टी20 सीरीज को इसी साल के अंत में भारत में होने वाले टी20 विश्वकप से पहले ट्रेलर भी बताया है। रमीज ने कहा, "दो सर्वश्रेष्ठ टीमें खेल रही हैं और मुझे लगता है कि विश्व कप में इंग्लैंड को हराना आसान नहीं होगा। सीमित ओवरों की क्रिकेट में उसका लगातार शानदार प्रदर्शन प्रभावशाली है जबकि कुछ साल पहले तक वे टी20 को छोड़िये वनडे तक को तवज्जो नहीं देते थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इंग्लैंड अब बेपरवाह होकर खेलता है और सीमित ओवरों के प्रारूप में आक्रामक रवैया अपना रहा है। ’’ रमीज ने भारत के मुख्य कोच रवि शास्त्री को लेकर मजेदार टिप्पणी की।
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उन्होंने कहा, ‘‘जब हम रवि के खिलाफ खेला करते थे तो हमें लगता था कि वह भारतीय टीम में फिट नहीं बैठता क्योंकि वह आक्रामक था। वह किसी भी भूमिका के लिये तैयार रहता था। पारी का आगाज करने से लेकर निचले क्रम में खेलने के लिये तैयार रहता था। उसके हाव भाव भिन्न होते थे। हमें लगता था कि वह इमरान खान जैसा खिलाड़ी बनना चाहता है क्योंकि हमें उस जैसे खिलाड़ी पसंद थे। उन्होंने यही रवैया भारतीय टीम से जोड़ा है और उनके लिये अच्छी बात यह रही कि कप्तान विराट कोहली है जो आक्रामक हैं और इससे भारतीय टीम में बड़ा अंतर पैदा हुआ है।’’