मोंटी पनेसर ने माना, 'बॉल ऑफ़ सेंचुरी' से बेहतर थी उनके द्वारा सचिन को बोल्ड करने वाली ये गेंद
मोंटी पनेसर का मानना है कि उनकी सचिन तेंदुलकर को डाली गई गेंद शायद वॉर्न की बॉल ऑफ़ सेंचुरी से बेहतर थी।
साल 2012 में इंग्लैंड के भारत दौरे पर अहमदाबाद में 9 विकेट से पहला टेस्ट मैच हारने के बाद इंग्लैंड ने मुंबई टेस्ट में स्पिन गेंदबाज मोंटी पनेसर को शामिल किया। उन्होंने टीम में आते ही भारतीय सरजमीं पर अपनी फिरकी का ऐसा जाल बिछाया कि भारतीय बलेबाज एक के बाद एक करे फंसते चले गए। इस तरह पनेसर ने 5 विकेट लिए मगर उसमें सबसे ख़ास विकेट सचिन तेंदुलकर का था। पनेसर ने उस विकेट के बारे में बताते हुए कहा कि वो गेंद शेन वार्न द्वारा डाली गई 'बॉल और सेंचुरी' से भी बेहतर थी।
उस मैच में तेंदुलकर नंबर 8 पर बल्लेबाजी करने आए थे तभी पनेसर ने गेंद को हवा में फ्लाइट कराया और वो गेंद आउट साइड लेग स्टंप पर जा कर टार्न लेते हुए तेंदुलकर को चकमा देकर उनके ऑफ स्टंप्स की गिल्लियां ले उड़ी। इतना ही नहीं दूसरी पारी में भी पनेसर ने तेंदुलकर को आउट किया था। इस तरह तेंदुलकर के सामने 11 टेस्ट मैच खेलते हुए पनेसर ने उन्हें 4 बार आउट किया।
ऐसे में अपनी उस गेंद के बारे में बताते हुए पनेसर ने इएसपीऍन क्रिकिंफो से कहा, "जब मैंने उस गेंद को [सचिन] तेंदुलकर को फेंका, तो मुझे जो ट्रेनिंग मिली, उसे मैं याद कर रहा था। जब मैंने [टेस्ट में] गेंदबाजी की, तो मैं काफी फिट महसूस कर रहा था और मेरा एक्शन बहुत शानदार जा रहा था। इसलिए मुझे ऐसा लग रहा था कि मैं सच में गेंद को फ्लाइट कर सकता हूं और उसे घुमा भी सकता हूँ। मुझे याद है कि मैं खुद से कह रहा था कि मैं ऑफ स्टंप के ऊपर गिल्लियां बिखेर सकता हूँ और वैसा ही हुआ।"
इस तरह तेंदुलकर को डाली गई इस गेंद की तुलना शेन वॉर्न की 'बॉल ऑफ़ सेंचुरी' से भी की जा सकती है। जो उन्होंने 1993 एशेज सीरीज के पहले टेस्ट मैच में माइक गेटिंग को डाली थी। ये गेंद भी पनेसर की तरह ही तो जो लेग स्टंप के बाहर से होते हुए ऑफ स्टंप को उखाड़ ले गई थी। इस गेंद पर गेटिंग भी कुछ नहीं कर पाए थे और चलते बने थे। ऐसे में पनेसर का मानना है कि उनकी सचिन तेंदुलकर को डाली गई गेंद शायद वॉर्न की बॉल ऑफ़ सेंचुरी से बेहतर थी।
पनेसर ने कहा, "उनकी गेंद शानदार थी, बैलेंस भी कमाल था लेकिन गेंद लेंथ को मिस कर रही थी और गेंद का कर्व भी सही नहीं था। इस तरह ईमानदारी से कहूँ तो वो मैंने जिस स्पीड से गेंद को लेग स्टंप की तरफ डाला था उसी स्पीड से वो स्किड करके घूम गई। ये शानदार गेंद थी। इसलिए कह सकता हूँ कि ये कही ना कहीं शेन वॉर्न की बॉल ऑफ़ स्सेंचुरी से बेहतर गेंद थी।"