इंग्लैंड ने वेस्टइंडीज के खिलाफ मैनचेस्टर में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में अपनी पहली पारी 469/9 के स्कोर पर घोषित की। इंग्लैंड के लिए सलामी बल्लेबाज डॉमिनिक सिबले ने मैच के दूसरे दिन 312 गेंदों में शतक ठोका। इस दौरान उन्होंने सिर्फ 4 चौके जड़े। सिबले के करियर का ये सबसे धीमा शतक है। यही नहीं, 1990 के बाद इंग्लैंड के किसी बल्लेबाज द्वारा बनाया गया ये 5वां सबसे धीमा शतक है।
सिबले 372 गेंदों मे 120 रन बनाकर आउट हुए जिसमें 5 चौके शामिल थे। इस शतक के लिए जहां सिबले की कई लोग तारीफ कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ धीमी पारी के लिए उनकी आलोचना भी हो रही है। इस बीच इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन सलामी बल्लेबाज डॉम सिबले के बचाव में उतर आए हैं और कहा है कि इंग्लैंड को ऐसे ही बल्लेबाज की जरूरत है।
वान ने ‘विजडन’ से कहा, ‘‘इंग्लैंड की टीम का अनुसरण करना मजेदार है क्योंकि जब वे तेजी से रन बनाते हैं तब हम उनकी आलोचना करते है और अब सोशल मीडिया पर सिबले की धीमी बल्लेबाजी की आलोचना हो रही है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वह इंग्लैंड की इस टीम के लिए बिल्कुल सही बल्लेबाज हैं। वह ऐसे खिलाड़ी हैं जिसकी लंबे समय से इंग्लैंड को जरूरत थी। ऐसा बल्लेबाज जो क्रीज पर रूकना चाहता हो, अपने विकेट की कीमत समझे और लंबे समय तब बल्लेबाजी करे।’’
वान का ये भी मानना है कि सिबले को अपने खेल में बदलाव नहीं करना चाहिए और इस युवा बल्लेबाज को तेजी से खेलने वाले बल्लेबाजों के लिए नींव रखने का श्रेय दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘सिबले टीम में बेन स्टोक्स, जोस बटलर और ओली पोप जैसे खुलकर खेलने वाले बल्लेबाज को मजबूत नींव प्रदान करते है। उन्हें अपने खेल के मुताबिक बल्लेबाजी करने के लिए काफी श्रेय दिया जाना चाहिए। मुझे नहीं लगता कि उन्हें बदलाव की जरूरत है।’’
गौरतलब है कि सिबले का शतक नवंबर 2014 के बाद टेस्ट क्रिकेट का दूसरा सबसे धीमा शतक है। इससे पहले बांग्लादेश के तमीम इकबाल ने जिम्बाब्वे के खिलाफ 312 गेंद में ही शतक जड़ा था।
(With PTI inputs)
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