ऑस्ट्रेलिया के उभरते हुए स्टार मार्नस लाबुशेन का मानना है कि शीर्ष क्रम के ज्यादातर खिलाड़ियों के प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलने से घरेलू टीम को भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज में थोड़ा फायदा मिलेगा। लाबुशेन ने रविवार को दूसरे वनडे में 61 गेंद में 70 रन का योगदान दिया जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने 51 रन से जीत हासिल की। वह तीन शेफील्ड शील्ड मैचों में दो शतक जड़ चुके हैं।
सीरीज के अधिकारिक प्रसारक सोनी द्वारा वर्चुअल मीडिया कांफ्रेंस में लाबुशेन ने पीटीआई-भाषा द्वारा पूछे गये सवाल के जवाब में कहा, ‘‘सीरीज से पहले कुछ मैच खेलने से निश्चित रूप से मदद मिलती है, इससे टी20 से वनडे और वनडे से चार दिवसीय क्रिकेट की टाइमिंग और रफ्तार को पता चलता है। ’’
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भारतीय खिलाड़ी इंडियन प्रीमियर लीग खेलने के बाद अब यहां वनडे खेल रहे हैं, उन्होंने टेस्ट क्रिकेट न्यूजीलैंड में खेला था और उन्हें परिस्थितियों से वाकिफ होने के लिये बस तीन दिवसीय दो मैच ही मिलेंगे।
लाबुशेन ने कहा, ‘‘लेकिन इनमें से ज्यादातर खिलाड़ी ऐसा लंबे समय से कर रहे हैं, वे प्रारूप बदलने के बारे में नये नहीं हैं। मुझे हैरानी होगी, अगर वे जल्दी से प्रारूप के मुताबिक नहीं ढले। ’’
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उन्होंने कहा, ‘‘मैं कहूंगा कि इससे थोड़ा फायदा मिलेगा, हमारे शीर्ष छह में से चार खिलाड़ी शील्ड क्रिकेट खेल रहे हैं और बल्लेबाजी ग्रुप के तौर पर उन्होंने वो लय हासिल कर ली है। ’’
डेविड वार्नर चोटिल होने के कारण अंतिम वनडे और आगामी टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में नहीं खेल पायेंगे और लाबुशेन को अगर पारी का आगाज करने के लिये कहा जाता है तो उन्हें इससे कोई गुरेज नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘निश्चित रूप से अगर मुझे बल्लेबाजी का आगाज करने को कहा जाता है तो बिलकुल ऐसा करूंगा। यह एक ऐसा मौका है जिसका मैं लुत्फ उठाना चाहूंगा। हम अगले मैच में अपनी टीम का संतुलन देखेंगे, लेकिन मैं ऐसा (पारी का आगाज) करना पसंद करूंगा। ’’
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