नई दिल्ली| दिल्ली कैपिटल्स को पहली बार इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के फाइनल में पहुंचाने वाले कोच रिकी पोंटिंग कुछ दिन बाद ही ऑस्ट्रेलियाई टीम के नेट्स में जस्टिन लैंगर की मदद के लिए आ गए थे। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान ने बिल्कुल भी समय नहीं गंवाया और वह शुरू से लेकर अंत तक सत्र में ही रहे। नेट्स में गेंदें फेंकी, और भारत के खिलाफ 27 नवंबर से शुरू होने वाली सीरीज के लिए टीम का मार्गदर्शन कर रहे हैं।
ऑस्ट्रेलिया के हरफनमौला खिलाडी मार्कस स्टोइनिस ने शनिवार को कहा, "पोंटिंग हब में हैं और क्वारंटीन हैं, वह अपने समय को लेकर काफी उदार हैं। वह सत्र के शुरू होने से पहले आखिरी तक गेंदें फेंकते हैं। वह थोड़े थक जाते हैं और फिर सो जाते हैं।"
स्टोइनिस ने एक खिलाड़ी और पोटिंग ने एक कोच के तौर पर दिल्ली कैपिटल्स को पहली बार फाइनल में पहुंचाने में अहम रोल निभाया था। स्टोइनिस ने कहा कि उन्हें पोंटिंग से काफी समर्थन और आत्मविश्वास मिला है।
स्टोइनिस ने कहा कि पोटिंग की कोच के तौर पर सबसे अच्छी चीज यह है कि वह आपकी खेलने की शैली से छेड़छाड़ नहीं करते।
उन्होंने कहा, "वह काफी अच्छे हैं, एक खिलाड़ी के तौर पर ही नहीं बल्कि कोच के तौर पर भी। हमने सभी ने सुना है कि वह कितने शानदार हैं। जब आप उन्हें एक निजी तौर पर जानते हो तो आप समझते हो कि वह अच्छे क्यों हैं और वह एक खिलाड़ी के तौर पर अच्छे क्यों थे। वह आपके अंदर जिस तरह का आत्मविश्वास भरते हैं, वह जिस तरह से आपको सिखाते हैं वो शानदार है।"
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उन्होंने कहा, "उन्होंने मेरी मदद की और मुझे रास्ता दिखाया। मैं उन्हें कुछ दिनों से जानता हूं और वह समय के साथ मेरे साथ और उदार रहे हैं। वह ऐसे नहीं हैं जो बैठें रहेंगे और आपको कहेंगे बल्कि वह आपको रास्ता दिखाएंगे और आपसे बात करेंगे। वह लोगों को बदलते नहीं हैं।"
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