रणजी ट्रॉफी के ग्रुप-ए मैच में हैदराबाद के खिलाफ तिहरा शतक जड़ने वाले पश्चिम बंगाल के दांए हाथ के मध्यक्रम बल्लेबाज मनोज तिवारी ने कहा है कि भारतीय टीम में जगह बनाना अब काफी मुश्किल हो गया है। उन्होंने साथ ही कहा कि हालांकि कुछ भी असंभव नहीं है। 34 साल के तिवारी के करियर का यह पहला तिहरा शतक है। उन्होंने अपनी इस पारी के दौरान 414 गेंदों का सामना किया, जिसपर उन्होंने 303 रनों की नाबाद पारी खेली। इस दौरान उन्हें 30 चौके और पांच छक्के भी लगाए।
भारत के लिए 12 वनडे और तीन टी-20 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलने वाले तिवारी ने दिन का खेल समाप्त होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "इस दुनिया में कुछ भी संभव है। मेरा विश्वास हमेशा मजबूत रहता है चाहे मैं जीरो रन बनाऊं या फिर शतक लगाऊं। मैंने हमेशा अपनी क्षमता और कड़ी मेहनत पर विश्वास किया है।"
तिवारी ने भारत के लिए अपना आखिरी वनडे मैच 2015 में जिम्बाब्वे दौरे पर खेला था।
उन्होंने कहा, "इसके लिए मैं अपने निजी कोच मनबेंद्र घोष को धन्यवाद देना चाहता हूं। उन्होंने मुझे बेहतर बनने में मदद की है। अगर आपको खुद पर विश्वास हो तो आत्मविश्वास आ ही जाता है। पता नहीं आगे क्या होगा। इस समय भारतीय टीम शानदार प्रदर्शन कर रही है और इसमें जगह बनाना मुश्किल है।"
Latest Cricket News