टेस्ट क्रिकेट के दो महान स्पिनर शेन वॉर्न और मुथैया मुरलीधरन ने लगभग दो दशक तक वर्ल्ड क्रिकेट पर राज किया। श्रीलंका के मुरलीधरन के नाम टेस्ट क्रिकेट में सबसे अधिक 800 विकेट दर्ज है, वहीं शेन वॉर्न ने ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट क्रिकेट में 708 विकेट झटके। इन दोनों ही गेंदबाजों में से बेस्ट कौन है इसके बारे में बताना थोड़ा मुश्किल है, लेकिन श्रीलंका के पूर्व कप्तान महेला जयवर्धने ने इन दोनों में से अपना सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना है।
महेला जयवर्धने ने दोनों के बारे में बात करते हुए कहा कि शेन वॉर्न के पास मुथैया मुरलीधरन जितनी विविधता नहीं थी।
ईएसपीएनक्रिकइंफो के वीडियोकास्ट के दौरान महेला जयवर्धने ने संजय मांजरेकर से कहा ''मुरलीधरन चैंपियन गेंदबाज थे। वह अपने खेल को अलग स्तर तक ले जाते थे। शेन वॉर्न के पास मुरली जितनी विविधता नहीं थी। मुरली जानते थे कि वह क्या कर रहे हैं, उन्हें बल्लेबाज को अपने जाल में फंसा लेने का विश्वास रहता था। यदि उन्हें किसी बल्लेबाज को आउट करने के लिए 10 ओवर तक इंतजार करना पड़े तो वह करते थे।''
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इसी के साथ महेला ने वॉर्न को संतुलिस लेग स्पिनर भी बताया। जयवर्धने ने कहा ''शेन वॉर्न और मुथैया मुरलीधरन दो अलग शख्सियतें थीं। वॉर्न संतुलित लेग स्पिनर थे, लेकिन वह इस योनजा के साथ गेंदबाजी करते थे कि बल्लेबाज उन्हें हिट करने वाला है और मैं उसे आउट कर दूंगा। वह शायद यह जानते थे कि मेरे पास मुरली जितनी विविधता नहीं है।''
हाल ही में महेला जयवर्धने ने कहा था जिन भी महान गेंदबाजों का सामना किया वह उनका पूरा सम्मान करते हैं लेकिन उनका मानना है कि मौजूदा तेज गेंदबाजों और स्पिनरों को बेहतर बल्लेबाजी इकाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
जयवर्धने का मानना है कि जब वह अपने करियर के शीर्ष पर थे तो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कई विश्व स्तरीय गेंदबाज थे और उनका मानना है कि अब ऐसा नहीं है। जयवर्धने ने संजय मांजरेकर के साथ ईएसपीएनक्रिकइंफो के वीडियोकास्ट के दौरान कहा, ‘‘हमें देखना होगा कि मौजूदा पीढ़ी के गेंदबाज क्या वे संख्या हासिल कर पाएंगे जो उनके पूर्ववर्ती गेंदबाजों ने हासिल की है। मौजूदा गेंदबाजों को संभवत: बेहतर बल्लेबाजी इकाई का सामना करना पड़ रहा है।’’
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