ल्यूक रॉन्की ने 45 गेंदों में जड़ा ताबड़तोड़ शतक, फिर भी नहीं मिली टीम को जीत
न्यूजीलैंड के पूर्व खिलाड़ी ल्यूक रॉन्की ने सिर्फ 45 गेंदों में शतक ठोक दिया।
क्रिकेट के खेल में कई ऐसे वाकये घटते हैं जो प्रशंसकों को हैरान होने पर मजबूर कर देते हैं। हाल ही में न्यूजीलैंड की धरती पर भी ऐसा ही वाकया हुआ। दरअसल, न्यूजीलैंड में खेले गए एक घरेलू मैच में न्यूजीलैंड के पूर्व खिलाड़ी ल्यूक रॉन्की ने सिर्फ 45 गेंदों में शतक ठोक दिया। लेकिन हैरान करने वाली बात ये थी कि रॉन्की के तेज-तर्रार शतक के बावजूद उनकी टीम मुकाबले को हार गई। आपको बता दें कि रॉन्की का ये शतक कीवी टी20 इतिहास का दूसरा सबसे तेज शतक है। इससे पहले हाल ही में टिम सिफर्ट ने भी 40 गेंदों में शतक लगाया था। रॉन्की की पारी की बात करें तो उन्होंने अपनी पारी में 9 चौके और 7 गगनचुंबी छक्के लगाए। हालांकि रॉन्की की पारी भी टीम के काम नहीं आ सकी और टीम मुकाबले को हार गई।
रॉन्की की टीम ने बनाए 206 रन: सुपर स्मैश टी20 कप में वेलिंगटन और ऑकलैंड के बीच मुकाबले खेला जा रहा था। रॉन्की वेलिंटगन की तरफ से खले रहे थे। रॉन्की ने शानदार बल्लेबाजी की और 45 गेंदों में शतक लगा दिया। रॉन्की के शतक की बदौलत टीम ने 20 ओवर में 206 रन बनाए।
रोमांचक मुकाबले में ऑकलैंड ने मारी बाजी: टी20 क्रिकेट में कभी भी 200 से ज्यादा रनों का लक्ष्य कभी भी आसान नहीं रहता। हालांकि ऑकलैंड के बल्लेबाजों ने टीम को धमाकेदार जीत दिला दी और रॉन्की की पारी पर पानी फेर दिया। ऑकलैंड की तरफ से मार्क चैपमैन ने (64), सैम कर्रन ने (50) और मार्टिन गप्टिल ने (29) रनों की पारी खेली।
आखिरी ओवर का रोमांच: आखिरी ओवर में जीत के लिए ऑकलैंड को 12 रन चाहिए थे। वेलिंगटन की तरफ से गेंदबाजी कर रहे थे मैकपीक। मैकपीक की पहली गेंद पर तेजा निदामनुरू कोई रन नहीं बना सके। अब ऑकलैंड को 5 गेंदों में 12 रन की दरकार थी। दूसरी गेंद को निदामनुरो ने चौका जड़ दिया। तीसरी गेंद पर नेदामनुरो ने 1 रन लेकर स्ट्राइक तरुण नेथुला को दे दी। ऑकलैंड को अब जीत के लिए 3 गेंदों में 7 रन चाहिए थे। चौथी गेंद पर कोई रन नहीं बना। लेकिन नेथुला ने हार नहीं मानी और पांचवीं पर चौका और आखिरी गेंद पर बी चौका लगाकर अपनी टीम को रोमांचक जीत दिला दी।