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KXIP के क्रिकेटर ताजिंदर सिंह ने प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए बढ़ाए हाथ

COVID-19 महामारी के बीच लाखों की संख्या में प्रवासी मजदूर पैदल ही अपने घरों की तरफ लौट रहे हैं। इस दौरान मजदूर अपने पूरे परिवार के साथ सैंकड़ो किलोमीटर का सफर तय करने के लिए मजबूर हैं।

<p>KXIP के क्रिकेटर...- India TV Hindi Image Source : TWITTER/KXIP KXIP के क्रिकेटर ताजिंदर सिंह ने प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए बढ़ाए हाथ

COVID-19 महामारी के बीच लाखों की संख्या में प्रवासी मजदूर पैदल ही अपने घरों की तरफ लौट रहे हैं। इस दौरान मजदूर अपने पूरे परिवार के साथ सैंकड़ो किलोमीटर का सफर तय करने के लिए मजबूर हैं। इस मुश्किल समय में किंग्स इलेवन पंजाब के एक क्रिकेट ने प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए बड़ा कदम उठाया है। इस क्रिकेटर का नाम है ताजिंदर सिंह ढिल्लौं जो अपने घरों की लौट रहे प्रवासी मजदूरों को भोजन और पानी मुहैया करा रहे हैं।

किंग्स इलेवन पंजाब के आलराउंडर ताजिंदर सिंह ढिल्लौं को कोरोना संकट में लोगों की मदद करने का ख्याल उस समय आया जब उन्हें समाचारों के जरिए लोगों की दयनीय स्थिति का पता चला। इसके बाद राजस्थान के रहने वाले ताजिंदर ने तुरंत ही अपने घर के पास नेशनल हाईवे से गुजर रहे गरीब प्रवासियों के लिये भोजन और पानी उपलब्ध कराया। वह अब तक करीब 10,000 से भी ज्यादा लोगों की भोजन और पानी से मदद कर चुके हैं।

ताजिंदर ने कहा, "कानपुर की तरफ जाने वाला मुख्य राजमार्ग मेरे घर से 100 मीटर की दूरी पर है। समाचारों में उस मार्ग के बारे में बताया गया जिसका उपयोग प्रवासी मजदूर घर लौटने के लिये कर रहे हैं।"

उन्होंने कहा, "मैंने अपने परिजनों से बात की हमें इन प्रवासी मजदूरों की मदद करनी चाहिए क्योंकि कई के पास तो चप्पल नहीं थे। इसके बाद मैंने उस क्षेत्र में रहने वाले अपने दोस्तों से बात की और हमने प्रवासियों को भोजन पहुंचाने की योजना बनायी।"

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उन्होंने आगे कहा, "हमारे इलाके में एक व्यक्ति का सब्जी का व्यवसाय है और मैंने से उससे सब्जी बनाने के लिये बड़ी मात्रा में आलू देने के लिये कहा। इसके अलावा हमने 50 किग्रा आटा जुटाया जिसे हमने अपनी कॉलोनी के कई घरों में समान रूप से बांट दिया ताकि वे उसकी रोटी बना सकें। इसके बाद हमारे पास बांटने के लिये लगभग 1400 रोटियां जमा हो गई।"

तांजिंदर से पहले मुंबई की ओर से रणजी खेलने वाले क्रिकेटर सरफराज खान भी इसी तरह से प्रवासी मजूदरों की मदद कर चुके हैं। सरफराज ने अपने परिवार के साथ मिलकर उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ स्थित अपने पैतृक गांव के पास से गुजरने वाले प्रवासी मजदूरों को खाना वितरित किया।

(With PTI news)

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