डरबन में धोनी ने की गेंदबाज़ी और जीत की लिख दी नई कहानी। आप सोच रहे होंगे कि कब धोनी ने ग्लब्स और पैड उतारकर गेंद थाम ली तो आपको हम समझाते है कि आखिर कब धोनी ने विकेट के पीछे खड़े होकर ही पूरे मैच का रूख बदल दिया। धोनी की चालाकी ने दक्षिण अफ्रीका के अभेद किले में ऐसी सेध लगाई कि दक्षिण अफ्रीका की पूरी बल्लेबाज़ी ही कुछ समझ नहीं पाई। आपको धोनी की ना दिखने वाली गेंदबाज़ी का असर आकंड़ों के जरिए समझाते हैं।
दरअसल धोनी पूरे मैच के दौरान विकेट के पीछे से युवा स्पिनर्स को गाइड करते हुए नजर आए। यहां तक कि मैन ऑफ द मैच बने कुलदीप यादव ने भी अपनी शानदार गेंदबाजी का श्रेय धोनी को दिया। कुलदीप ने कहा धोनी ने उनका 50 प्रतिशत काम आसान कर दिया।
दक्षिण अफ्रीका का पहला विकेट 83 रन पर... दूसरा विकेट भी 83 पर... तीसरा विकेट 103 पर... चौथा 122 पर और पांचवां 134 पर गिरा। अब समझिए कि किस तरह टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीकी के बल्लेबाज़ों के खिलाफ कैसे लगाया कलाई से कर्फ्यू।
चहल और कुलदीप ने मिलकर शुरुआती 14 ओवर में 4 विकेट लिए, जिसमें ना गया एक चौका और ना गया एक छक्का 21 से 30 ओवर के बीच दक्षिण अफ्रीका के 39 रन पर 3 विकेट गिरे।
बस ये ही जो अंतर पैदा हुआ, उसने मैच की दिशा और दशा दोनों बदलकर रख दी। डू प्लेसिस को छोड़ कोई भी स्पेशलिस्ट बल्लेबाज़ विकेट पर टिक ही नहीं पाया और इसका असर ये हुआ कि नंबर वन टीम का डरबन में कचुम्मर निकल गया और विराट का 2 स्पिनर खिलाने का फैसला सुपरहिट साबित हो गया।
Latest Cricket News