राष्ट्रीय टीम से बाहर चल रहे बायें हाथ के तेज गेंदबाज जुनैद खान का मानना है कि पाकिस्तान क्रिकेट में भविष्य को लेकर खिलाड़ी असुरक्षित हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय टीम में अधिकतर खिलाड़ियों को तभी पर्याप्त मौके मिलते हैं जब वे कप्तान और टीम प्रबंधन के करीबी होते हैं।
पाकिस्तान की ओर से 22 टेस्ट, 76 वनडे और आठ टी20 मैचों में लगभग 190 विकेट चटकाने वाले जुनैद को मई 2019 के बाद देश की किसी भी प्रारूप की टीम में जगह नहीं मिली है। जुनैद ने ‘क्रिकेटपाकिस्तान.कॉम’ वेबसाइट को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘‘अगर आपके कप्तान और टीम प्रबंधन के साथ अच्छे रिश्ते हैं तो भी आपको सभी प्रारूपों में खुद को साबित करने के पर्याप्त मौके मिलेंगे।’’
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उन्होंने कहा, ‘‘अगर आपके उनके साथ करीबी रिश्ते नहीं हैं तो आप अंदर और बाहर होते रहोगे।’’ जुनैद को मलाल है कि लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद उन्हें लंबे समय तक खेलने का मौका नहीं दिया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं तीनों प्रारूपों में राष्ट्रीय टीम का हिस्सा था। मैं ब्रेक की मांग करता था लेकिन मुझे आराम नहीं दिया गया। इसके बाद ऐसा समय आया जब मेरे साथ रिश्ते खराब हो गए और पसंद तथा नापसंद के कारण मेरी अनदेखी की गई। मैं प्रदर्शन कर रहा था लेकिन मुझे उचित मौके नहीं दिए गए।’’
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जुनैद ने कहा कि चैंपियन्स ट्रॉफी 2017 में हसन अली के बाद दूसरा सबसे सफल गेंदबाज होने के बावजूद उन्हें 2019 विश्व कप की टीम से बाहर कर दिया गया जबकि उन्हें शुरुआत में टीम में जगह दी गई थी।
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