A
Hindi News खेल क्रिकेट हेजलवुड ने बताया, आखिर क्यों वो गुलाबी गेंद से एडीलेड में ही खेलना चाहते हैं डे-नाईट टेस्ट मैच

हेजलवुड ने बताया, आखिर क्यों वो गुलाबी गेंद से एडीलेड में ही खेलना चाहते हैं डे-नाईट टेस्ट मैच

ऑस्ट्रेलिया में आठ दिन-रात के टेस्ट मैच हुए हैं और इसमें से पांच की मेजबानी एडिलेड ने की है। इस मैदान पर हेजलवुड गुलाबी गेंद से काफी सफल रहे हैं।

Josh Hazelwood- India TV Hindi Image Source : GETTY IMAGES Josh Hazelwood

सिडनी| जोश हेजलुवड की ख्वाहिश है कि भारत के साथ होने वाला दिन-रात प्रारूप का टेस्ट मैच एडिलेड में ही हो चाहे इसे बाद में ही क्यों न कराना पड़े। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार मैचों की सीरीज की शुरुआत एडिलेड में होने वाले दिन-रात प्रारूप के टेस्ट मैच से ही होनी है, लेकिन यहां बढ़ते कोविड मामलों के कारण इस पर काले बादल मंडरा रहे हैं।

हेजलवुड का कहना है कि दिन-रात प्रारूप के टेस्ट मैच के लिए एडिलेड ओवल से बेहतर कोई मैदान नहीं हैं। इसलिए वह चाहते हैं कि यह टेस्ट मैच अगर शुरुआत में नहीं हो पाए तो इसे बाद में ही कराया जाए, लेकिन हो एडिलेड में ही।

दाएं हाथ के इस गेंदबाज ने चैनल नाइन से बात करते हुए कहा, "क्यूरेटर को इन विकेटों पर काम करने का सबसे ज्यादा मौका मिला है क्योंकि एडिलेड में कई सारे गुलाबी गेंद के टेस्ट मैच हुए हैं। मुझे लगता कि गर्मियों की शुरुआत लाल गेंद से मेलबर्न और ब्रिस्बेन में हो सकती है और इसके बाद हम बाद में एडिलेड में खेल सकते हैं।"

ऑस्ट्रेलिया में आठ दिन-रात के टेस्ट मैच हुए हैं और इसमें से पांच की मेजबानी एडिलेड ने की है। इस मैदान पर हेजलवुड गुलाबी गेंद से काफी सफल रहे हैं। उन्होंने चार टेस्ट मैचों में 22 विकेट लिए हैं।

हेजलवुड ने बुधवार को यह भी कहा कि कोविड के चलते सख्त क्वारंटीन नियमों के कारण खिलाड़ी विदेशी दौरों से नाम वापस ले सकते हैं।

साउथ अफ्रीका का एक खिलाड़ी निकला कोरोना पॉजिटिव, जबकि 3 गए आइसोलेशन में

सिडनी मॉनिर्ंग हेराल्ड ने हेजलवुड से कहा, "विदेशी दौरों से वापस लौटने के बाद यह दो सप्ताह काफी मुश्किल होते हैं। यह कुछ खिलाड़ियों के विदेश में जाने के फैसले को प्रभावित कर सकता है। आप जब लौट कर आओगे तो भी यही होगा।"

उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि बबल में रहना क्वारंटीन में रहने से ज्यादा सरल है। आप कुछ चीजें कर सकते हैं और क्रिकेट भी खेल सकते हैं। यह बहुत बड़ी बात है। यह हर किसी के लिए अलग है। आपको अगर हर बार यह दो सप्ताह का नियम मानना हो तो यह हर किसी के लिए मुश्किल हो जाएगा।"

Latest Cricket News