100वां टेस्ट खेलने से पहले जो रूट ने अपने डेब्यू मैच को किया याद, पीटरसन को मानते थे आदर्श
रूट ने गुरुवार को कहा, ‘‘मेरा मानना है कि पहली बार इंग्लैंड की जर्सी पहनकर मैदान पर उतरना सबसे गौरवशाली क्षण था।’’
चेन्नई। अपना 100वां टेस्ट मैच खेलने की तैयारी में लगे इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने इस अवसर पर उस मैच की बात की जब वह पहली बार अपने देश की तरफ से खेलने के लिये उतरे थे और वह उनके लिये हमेशा गौरवशाली क्षण रहेगा। रूट ने 2012 की श्रृंखला में नागपुर में खेले गये चौथे टेस्ट मैच में पदार्पण किया और अब वह इसी प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ अपना 100वां टेस्ट मैच खेलेंगे और टीम की अगुवाई करेंगे।
रूट ने गुरुवार को कहा, ‘‘मेरा मानना है कि पहली बार इंग्लैंड की जर्सी पहनकर मैदान पर उतरना सबसे गौरवशाली क्षण था।’’
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उन्होंने कहा कि अपनी पहली श्रृंखला केविन पीटरसन जैसे दिग्गज बल्लेबाज के साथ खेलना सपना सच होने जैसा था। वह किशोरावस्था से ही पीटरसन को अपना आदर्श मानते थे।
रूट ने कहा,‘‘मुझे याद है जब मैं बल्लेबाजी के लिये उतरा तो केविन पीटरसन दूसरे छोर पर थे जिन्हें खेलते हुए देखकर मैं बड़ा हुआ था। मैं मुस्करा रहा था क्योंकि मेरा बचपन का सपना सच हो रहा था।’’
भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए रूट एकदम तैयार है, उन्होंने हाल ही में कहा कि वह भारतीय स्पिनरों का सामना करते हुए स्वीप शॉट पर ज्यादा ध्यान देंगे।
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अश्विन का सामना करने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘ मैं उनके खिलाफ हावी होकर या रक्षात्मक तरीके से खेलने से बचूंगा, गेंद का सामना वैसे ही करूंगा जिसका वह हकदार हो। अगर मैं कुछ समय के लिए पिच पर रहता हूं, तो मैं बड़ा स्कोर खड़ा कर सकता हूं। भारत में उनका रिकार्ड शानदार है और शायद इस श्रृंखला के लिए वह आत्मविश्वास से भरे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने पहले भी उनका सामना किया है और उनके खिलाफ कुछ रन बनाये है। कई बार वह मुझ से बेहतर साबित हुए और टेस्ट मैच में यह छोटे मुकाबले की तरह होगा। ऐसा मुकाबला जिस में आप बेहतर करना चाहते है।’’
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अपने स्वीप शॉट के बारे में उन्होंने कहा ‘‘जब मैं कम उम्र का था तब दूसरों की तुलना में मेरा कद कम था, मेरा शारीरिक विकास देर से हुआ। स्पिनरों का सामना करने के लिए मुझे कोई तरीका इजात करना था और स्वीप ऐसा शॉट था जिसे मैं ताकत के साथ खेल पा रहा था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मेरे जूनियर करियर के दौरान यह रन बनाने का अच्छा विकल्प था। उसी समय से मैंने अपने खेल में सुधार किया है और कुछ शानदार खिलाड़ियों एवं कोचों के साथ इस पर काम किया है।’’