कीवी गेंदबाज काइल जैमीसन को लेकर सचिन तेंदुलकर ने कह दी ये बड़ी बात
सचिन तेंदुलकर का मानना है कि काइल जैमीसन के पास आने वाले दिनों में विश्व क्रिकेट में अग्रणी हरफनमौला खिलाड़ियों में से एक बनने की क्षमता है।
नई दिल्ली। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर का मानना है कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल में भारत के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों के खिलाफ शानदार गेंदबाजी करने वाले काइल जैमीसन के पास आने वाले दिनों में विश्व क्रिकेट में अग्रणी हरफनमौला खिलाड़ियों में से एक बनने की क्षमता है। न्यूजीलैंड को डब्ल्यूटीसी चैम्पियन बनाने में जैमीसन का योगदान अहम रहा। उन्होंने मैच में 44 ओवर की गेंदबाती में 61 रन देकर सात विकेट लिये। इससे साथ ही पहली पारी में उन्होंने 21 रन भी बनाये। तेंदुलकर ने अपने यू-ट्यूब चैनल पर कहा, ‘‘ काइल जैमीसन एक शानदार ऑलराउंडर हैं। वह आगे चल कर विश्व क्रिकेट में अग्रणी ऑलराउंडरों में से एक बनेंगे।’’
इस पूर्व दिग्गज ने कहा, ‘‘जब मैंने उन्हें न्यूजीलैंड में पिछली बार देखा था तब उन्होंने मुझे प्रभावित किया था। तेंदुलकर ने इसके बाद विस्तार से बताया कि इंग्लैंड की परिस्थितियों ने जैमीसन की गेंदबाजी को और भी घातक क्यों बना दिया। उन्होंने कहा, ‘‘ अगर आप उनकी गेंदबाजी को देखें तो वह काफी लंबे कद का है और स्विंग से ज्यादा वह गेंद की सीम का इस्तेमाल करना पसंद करते है। वह टिम साउदी, ट्रेंट बोल्ट और नील वैगनर की तुलना में अलग गेंदबाज हैं। ’’
उन्होंने बताया, ‘‘ जैमीसन जोर लगाकर गेंद को पिच पर टप्पा करते है। उसने कलाई से कोण बनाकर इनस्विंग (दायें हाथ के बल्लेबाज के लिए अंदर आने वाली गेंद) गेंदबाजी की। उसकी गेंदबाजी में विविधता थी और मुझे उसकी निरंतरता काफी पसंद आयी।’’ तेंदुलकर को जैमीसन द्वारा कद का इस्तेमाल कर बड़ा शॉट खेलने का तरीका भी पसंद आया। उन्होंने कहा, ‘‘ विलियमसन के साथ उनकी साझेदारी न्यूजीलैंड के लिए महत्वपूर्ण थी। उन्होंने पहली गेंद से आक्रमण करना चुना और अपनी लंबाई (कद) का बेहतरीन तरीके से इस्तेमाल किया। एक लंबा बल्लेबाज के लिए फ्रंट-फुट (आगे निकल कर) पर आना शानदार है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ इससे गेंदबाजों की लय बिगड़ी और उन्हें अपनी गेंद की लंबाई छोटी करनी पड़ी।’’ भारत की बारे में उन्होंने कहा कि मैच के छठे दिन पहले घंटे के खेल में विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा का विकेट गिरना निराशाजनक रहा। उन्होंने कहा, ‘‘आखिरी दिन यह काफी जरूरी था कि पहले ड्रिंक्स ब्रेक (शुरुआती एक घंटा) तक बिना किसी नुकसान के बल्लेबाजी की जाए। इसके बाद हमारे बल्लेबाजों के पास बड़े शॉट खेलने की क्षमता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ इससे बाकी खिलाड़ियों को भी लगता कि वे सुरक्षित है और न्यूजीलैंड लक्ष्य हासिल नहीं कर पायेगा। दिन की शुरूआत में अच्छी साझेदारी करना जरूरी था।’’