नयी दिल्ली: कहते हैं कि अगर आग़ाज़ बुरा हो तो अंत भी अमूमन बुरा ही होता है. क्रिकेट के बारे में भी कुछ ऐसा ही कहा जाता है. सिरीज़ का पहला मैच अगर कोई टीम हार जाती है तो फिर वापसी बहुत मुश्किल हो जाती है. ग़ौरतलब है कि टीम इंडिया केप टाउन टेस्ट हार गई है और बुरी तरह हारी है, और अब उसे दो टेस्ट मैच और खेलने हैं. दूसरा टेस्ट सेंचुरियन में 13 जनवरी से और तीसरा टेस्ट जोहानसबर्ग में 24 जनवरी से खेला जाएगा.(साउथ अफ़्रीका के ताप से कोई बचा सकता है तो वो हैं ये तीन बल्लेबाज़: वीरेंद्र सहवाग)
हार से निराश भारतीय फ़ैंस को उम्मीद है कि कोहली की अगुवाई में घर में शानदार प्रदर्शन करने वाली टीम इंडिया सिरीज़ में न सिर्फ़ वापसी करेगी बल्कि 25 साल का रिकॉर्ड भी तोड़ेगी यानी 25 साल बाद वह कोई सिरीज़ साउथ अफ़्रीका में जीतेगी. लेकिन टीम इंडिया के पूर्व तूफ़ानी ओपनर वीरेंद्र सहवाग इस उम्मीद से इत्तफ़ाक नहीं रखते हैं.
इंडिया टीवी के साथ एक ख़ास मुलाक़ात में सहवाग ने दो टूक कहा- ''मेरे ख़्याल से अब टीम इंडिया का सिरीज़ जीतना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन है. शुरुआत में ही हारने के बाद कोई भी टीम दबाव में आ जाती है और ऐसे में लगातार दो मैच जीतकर सिरीज़ जीतना बेहद मुश्किल हो जाता है. टीम इंडिया अगर सिरीज़ ड्रॉ करवा ले तो वो ही बड़ी बात होगी''
सहवाग ने कहा कि तीन या इससे कुछ ज़्यादा की औसत से रन बनाने चाहिए ताकि एक सम्मानजनक स्कोर खड़ा हो सके लेकिन पहले टेस्ट में ऐसा हुआ नहीं. भारतीय बल्लेबाज़ अभी भी वहां ऐसे खेल रहे हैं जैसा वे भारतीय पिचों पर खेलते हैं जोकि धीमी होती हैं और जिनमें उछाल नहीं होता. इंडिया में आप ऑन द राइज़ खेल सकते हैं लेकिन साउथ अफ़्रीका, ऑस्ट्रेलिया या फिर इंग्लैंड में ये संभव नही है. बल्लेबाज़ या तो बॉलों को छोड़ना सीखें या फिर कट अथवा पुल शॉट लगाएं लेकिन ऑन द राइज़ खेलना आत्मघाती सिद्ध होगा.
सहवाग ने आगाह किया कि केप टाउन के मुक़ाबले सेंचुरियन के सुपर स्पोर्ट पार्क की पिच कहीं ज़्यादा तेज़ और उछाल वाली होगी जिस पर खेलना भारतीय बल्लेबाज़ों के लिए और मुश्किल होगा.
Latest Cricket News