कोरोना वायरस महामारी के बीच आईसीसी ने क्रिकेट की बहाली के लिए अपने प्रयास तेज कर दिए हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए आईसीसी ने 21 मई को गाई़डलाइंस जारी की जिसमें खिलाड़ियों के लिए कई नियम सुझाए गए हैं।
इसमें क्रिकेट में गेंदबाज द्वारा गेंद पर लार, थूक या पसीने का इस्तेमाल न करना भी शामिल है जिसको लेकर पिछले कई दिनों से एक अलग ही बहस छिड़ी हुए है। हाल ही क्रिकेट समिति ने गेंद पर लार के इस्तेमाल पर रोक लगाने के लिए आईसीसी से नियम में बदलाव लाने की सिफारिश की थी।
इस बहस में अब ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली और साउथ अफ्रीकी खिलाड़ी फाफ डु प्लेसिस भी शामिल हो गए हैं। स्टार स्पोर्ट्स के शो क्रिकेट कनेक्टेड में ब्रेट ली और फाफ डु प्लेसिस ने कहा कि आईसीसी के लार पर बैन के नियम को लागू करना मुश्किल होगा।
बतौर गेंदबाज ब्रेट ली ने कहा, “जब 8,9,10 साल की उम्र से पूरी जिंदगी अपनी उंगलियाँ को लार से गीला करते हैं और फिर गेंद पर लगाते हैं, तो रात भर में इस आदत को बदलना बहुत मुश्किल होता है। इसलिए, मुझे लगता है कि ये फैसला कुछ मौकों के लिए है या मुझे लगता है कि ये आईसीसी की तरफ से एक चेतावनी हो सकती है।"
ली ने आगे कहा, "यह एक शानदार पहल है। हालांकि मुझे लगता है कि इसे लागू करना बहुत कठिन है क्योंकि लंब समय से ये क्रिकेटरों की आदत में शुमार हो चुका है।"
फाफ डु प्लेसिस कहते हैं, "गेंदबाजों की तरह फील्डरों के लिए भी ये मुश्किल है। जैसा कि ब्रेट ने बताया, मैं गेंद को स्लिप पर पकड़ने से पहले अपनी उंगलियों पर थोड़ा थूक लगाता हूं। अगर आप रिकी पोंटिंग जैसे किसी खिलाड़ी के खेल पर नजर डाले, तो वह हर बार गेंद को पकड़ने से पहले अपने हाथों पर काफी मात्रा में थूक मलते थे।”
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