भारत में तेज गेंदबाज होना दुनिया का सबसे मुश्किल काम है: ग्लेन मैक्ग्रा
ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ग्लेन मैक्ग्रा ने कहा कि यह देखकर अच्छा लगता है कि अमूमन धीमी गति के गेंदबाजों पर निर्भर रहने वाले भारत से अच्छे तेज गेंदबाज उभर रहे हैं।
चेन्नई: ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ग्लेन मैक्ग्रा ने कहा कि यह देखकर अच्छा लगता है कि अमूमन धीमी गति के गेंदबाजों पर निर्भर रहने वाले भारत से अच्छे तेज गेंदबाज उभर रहे हैं। मैक्ग्रा ने कहा, ‘भारत से कई तेज गेंदबाजों का उभरना शानदार है। भारत में तेज गेंदबाज होना दुनिया का सबसे मुश्किल काम है। यहां के विकेट स्पिन और बल्लेबाजी के अनुकूल होते हैं। किसी को भी गेंदबाज विशेषकर तेज गेंदबाज बनने के लिये काफी कड़ी मेहनत करनी होती है। कई गेंदबाजों को 140 किमी या इससे अधिक रफ्तार से गेंदबाजी करते हुए देखकर अच्छा लगता है।’
MRF पेस फाउंडेशन में निदेशक मैक्ग्रा यहां प्रशिक्षु गेंदबाजों को गुर सिखाने के लिए आए हैं। उन्होंने कहा कि उमेश यादव, जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार जैसे तेज गेंदबाजों का उभरना भारत के लिए अच्छा है। मैक्ग्रा ने कहा, ‘वे अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। उमेश यादव अभी बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। वह अच्छी गति से गेंदबाजी करता है और विकेट भी लेता है। भुवनेश्वर अपने खेल को अच्छी तरह से समझता है और सही क्षेत्र में गेंद करता तथा अच्छी तेजी से गेंद को स्विंग कराता है।’
उन्होंने कहा, ‘जसप्रीत बुमराह के साथ हमने थोड़ा काम किया है। उसका ऐक्शन अलग हटकर है और वह एक अनूठा गेंदबाज है। उसने सीमित ओवरों के मैचों टी20 और वनडे में अच्छा प्रदर्शन किया है और वह डेथ ओवरों का उपयोगी गेंदबाज है। वह डेथ ओवरों में जिस तरह से गेंदबाजी करता है उसे देखते हुए कह सकते है कि वह बहुत बुद्धिमानी से गेंदबाजी करता है। मैं उससे प्रभावित हूं और वह बेहतर बन सकता है।’ मैक्ग्रा ने कहा कि अगर बुमराह को टेस्ट मैचों में मौका मिलता है तो वह अच्छा प्रदर्शन कर सकता है।
उन्होंने कहा, ‘नि:संदेह वह कर सकता है। वह यॉर्कर बहुत अच्छी तरह से करता है। वह बहुत अच्छी तरह से धीमी गेंद करता है। ये चीजें छोटे प्रारूप के लिए अच्छी हैं। लंबी अवधि के प्रारूप में दबाव बनाना और नियंत्रण बनाये रखना महत्वपूर्ण होता है। अगर आप एक प्रारूप में सफल हो तो दूसरे में भी हो सकते हो। वह काफी अच्छा है।’