इशांत शर्मा के 100टेस्ट मैचों के सफर में शामिल ये 5 घातक स्पेल, जिन्हें फैंस कभी नहीं भुला पाएंगे!
महज 18 साल की उम्र से खुद को टेस्ट क्रिकेट की भट्टी में पकाकर कुंदन बनाने वाले इशांत ने एक बार अपने आपको ‘बुझा हुआ दिया’ करार दिया था।
अनुभव किसी दुकान से खरीदा नहीं जा सकता ये बस संघर्ष की धूप में खुद को तपाकर हासिल किया जा सकता है। कुछ ऐसे ही क्रिकेट के मैदान की धूप में खुद को तपाकर टीम इंडिया के तेज गेंदबाज इशांत शर्मा अब भारत के लिए 100वां टेस्ट मैच खेलने जा रहे हैं। जबकि कपिल देव के बाद भारतीय क्रिकेट में इस उपलब्धि को हासिल करने वाले दूसरे तेज गेंदबाज होंगे। जिस पर इशांत के साथी क्रिकेटर और कोच रहे विजय दाहिया ने हाल ही में इंटरव्यू के दौरान कहा इशांत के बाद शायद ही अब आने वाले समय में कोई भारतीय तेज गेंदबाज 100 टेस्ट मैच खेल पायेगा।
महज 18 साल की उम्र से खुद को टेस्ट क्रिकेट की भट्टी में पकाकर कुंदन बनाने वाले इशांत ने एक बार अपने आपको ‘बुझा हुआ दिया’ करार दिया था। हलांकि इस दिए में कितना तेल था। अब पूरे क्रिकेट वर्ल्ड को पता चल चुका है। इशांत जैसे - जैसे खुद को क्रिकेट के मैदान में तपाकर अनुभव प्राप्त करते जा रहे हैं। उनकी गेंदबाजी में और पैनापन आता जा रहा है। यही कारण है कि इशांत ने अपने पहले 79 टेस्ट मैचों में 226 विकेट लिए, लेकिन पिछले 20 मैचों में वो 76 विकेट हासिल कर चुके हैं। इससे साफ़ जाहिर होता है इशांत उस अनुभव की गाडी पर सवार है जो जितना अधिक चलती है और मक्खन होती जाती है।
इस तरह जब इशांत इंग्लैंड के खिलाफ जारी टेस्ट सीरीज के तीसरे मैच में अपने करियर का 100वां टेस्ट मैच पिंक बॉल के रूप में खेलने जा रहे हैं तो उनके अभी तक के सफर के हम 5 सबसे बेस्ट स्पेल के बारे में आपको बतायेंगे। जिनके बूते वो टीम इंडिया में बने रहे और आज इस मुकाम तक आ पहुंचे हैं।
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1.) लॉर्ड्स ( साल 2014 )
इशांत शर्मा ने लॉर्ड्स के मैदान में साल 2014 में भारत के इंग्लैंड दौरे पर खेले गये टेस्ट मैच के स्पेल को अपने जीवन का सबसे ख़ास स्पेल बताया है। यही कारण है कि हमने इसे सबसे उपर रखा है। इशांत को इस टेस्ट मैच की पहली पारी में 61 रन देने के बाद एक भी विकेट नहीं मिला था। लेकिन उसके बाद दूसरी पारी में उन्होंने अपनी गेंदबाजी से कहर बरपाना शुरू किया और अंग्रेज बल्लेबाजों पर बरसते हुए 74 रन देकर 7 विकेट झटके। जिसके चलते भारत ने इस मैच में 95 रन से ऐतिहासिक जीत दर्ज की।
2.) ब्रिजटाउन ( साल 2011 )
साल 2007 में टेस्ट डेब्यू करने के बाद इसे इशांत शर्मा के करियर का पहला घर से बाहर बेस्ट स्पेल कहेंगे तो कुछ गलत नहीं है। घर से बाहर विंडीज की सरजमीं पर इशांत ने साल 2011 में खेले गये टेस्ट मैच में सभी को चौंका दिया था। इस टेस्ट मैच की पहली पारी में इशांत ने 55 रन पर 6 विकेट लिए जबकि उसके बाद दूसरी पारी में उन्होंने 53 रन देकर 4 विकेट और झटके थे। जिसेक चलते घर पर विंडीज बड़ा स्कोर खड़ा करने में नाकामयाब रही और मैच ड्रा रहा। जबकि टेस्ट मैच में कुल 108 रन देकर 10 विकेट लिए। जो उनके शुरूआती टेस्ट करियर को लंबा बढाने में काफी मददगार स्पेल रहा।
3.) वेलिंग्टन ( साल 2014 )
इंग्लैंड और विंडीज में इस्तेमाल होने वाली ड्यूक लाल गेंद से धमाल मचाने के साथ इशांत ने न्यूजीलैंड की सरजमीं पर कूकाबुरा की लाल गेंद से भी कहर बरपाया। भारत के साल 2014 में न्यूजीलैंड दौरे पर इशांत ने जिस गति के साथ गेंदबाजी कि उससे न्यूजीलैंड के कीवी बल्लेबाज हक्के बक्के रह गए। इशांत ने न्यूजीलैंड दौरे पर खेले गए वेलिंग्टन टेस्ट मैच में टीम इंडिया पहले गेंदबाजी करने आई और पहली पारी में ही इशांत ने कहर बरपाना शुरू कर दिया। इस तरह उन्होंने 17 ओवर डाले और 51 रन देकर न्यूजीलैंड के 6 बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा। जिससे उनकी पहली पारी 192 रनों पर सिमट गई, हालंकि ये टेस्ट मैच भी ड्रा रहा।
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4.) बैंगलोर ( साल 2007-08 )
साल 2007 में बांग्लादेश के ढाका में टेस्ट डेब्यू करने के बाद इशांत को पहली बार पाकिस्तान के खिलाफ मैदान मे उतरने का मौका मिला। जिसमें उन्होंने अपनी पूरी ताकत झोंक दी और करियर में पहली बार 5 विकेट हॉल लिए। इशांत को पाकिस्तान के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के अंतिम टेस्ट मैच में मौका मिला। जिसमें उन्होंने 118 रन देकर 5 विकेट लिए थे। इतना ही नहीं इस मैच में उनके द्वारा पाकिस्तान के इमरान फरहत का लिया विकेट काफी चर्चा में रहा था। जबकि मैच ड्रा रहा था।
5.) कोलकाता ( साल 2019 )
कोलकाता के ईडन गार्डन्स स्टेडियम में टीम इंडिया भारतीय क्रिकेट के इतिहास में पहली बार पिंक बॉल से टेस्ट मैच खेलने जा रही थी। इसमें विरोधी टीम बांग्लादेश थी। इस तरह भारतीय क्रिकेट के ऐतिहासिक टेस्ट मैच में साल 2019 तक टेस्ट टीम इंडिया में सीनियर गेंदबाज बन चुके इशांत ने जिम्मेदारी को बखूबी संभाला और सभी गेंदबाजों का नेतृत्व करते हुए 5 विकेट हॉल लिया।
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इशांत ने अपने जीवन के पहले पिंक बॉल टेस्ट मैच में बांग्लादेश के खिलाफ पहली पारी में 22 रन देकर 5 विकेट झटके जबकि दूसरी पारी में भी 56 रन देकर 4 बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई। इस तरह लाल गेंद के बाद गुलाबी रंग भी इशांत को काफी भाया और उन्होंने 9 विकेट झटक डाले। जिसके बाद अब अपना 100वां टेस्ट मैच भी पिंक बॉल के साथ खेलने वाले वो भारत के एकलौते खिलाड़ी होंगे।