EXCLUSIVE| इशान किशन के टीम इंडिया में चयन से 18 सालों की मेहनत हुई सफल - बचपन के कोच मजुमदार
झारखण्ड के लिए बतौर विकेटकीपर कप्तान और सलामी बल्लेबाज खेलने वाले इशान किशन लगातार घरेलू क्रिकेट में रनों का अम्बार लगाते आ रहे है।
घरेलू क्रिकेट में रनों के अम्बार और दुनिया की सबसे बड़ी रंगारंग इंडियन प्रीमयर लीग ( आईपीएल ) में चौके व छक्कों की बरसात से ईशान किशन को आखिरकार टीम इंडिया में जगह मिल ही गई। पिछले कई सालों से चयन की दहलीज पर खड़े इशान किशन काफी समय से चयनकर्ताओं के लिए टीम इंडिया का दरवाजा खटखटा रहे थे। जिसके बाद अब उन्हें अंदर यानि टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम में जाने की अनुमति मिल गई है। जिससे ना सिर्फ उनके घर, परिवार के सदस्य बल्कि क्रिकेट अकादमी में उन्ही पहली शॉट खेलते देखने वाले बचपन के कोच उत्तम मजुमदार भी काफी खुश नजर आए। इशान के चयन पर उन्होंने Indiatv.in से ख़ास बातचीत में कहा कि इसके पीछे हमारी 18 सालों की मेहनत है, जिसके सफल होने से मैं बहुत खुश हूँ।
गौरतलब है कि झारखण्ड के लिए बतौर विकेटकीपर कप्तान और सलामी बल्लेबाज खेलने वाले इशान किशन लगातार घरेलू क्रिकेट में रनों का अम्बार लगाते आ रहे है। इसी कड़ी में उन्होंने चयन वाले दिन ही सुबह - सुबह विजय हजारे ट्राफी में 94 गेंदों पर 173 रन ठोंक कर चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर खींचा था। जिसके बाद उन्हें शाम तक इसका नतीजा भी मिला और इंग्लैंड के खिलाफ आगामी 5 मैचों की टी20 सीरीज के लिए उनका टीम इंडिया में पहली बार चयन हुआ। जिस पर उनके बचपन के कोच उत्तम मजुमदार ने जब उसका नाम टीम इंडिया में पहली बार देखा तो वो काफी भावुक भी हो गये थे।
उन्होंने कहा, "इशान के चयन की खबर सुनते ही मैं खुद को रोक नहीं पाया और काफी इमोशनल हो गया था। हमें बाद में बात भी की। मुझे आज भी याद है कि जब वो साल 2002 में मेरे पास अपने पिता के साथ आया था तो मैंने उसे नेट्स में पहली गेंद पर शॉट लगाते ही पहचान लिया था कि ये लड़का एक दिन टीम इंडिया के लिए जरूर खेलेगा और उस पर हमेने काफी मेहनत भी की। इस तरह लगभग 18 साल बाद नतीजा मिलना और टीम इंडिया में चयनित होना मेरे लिए काफी गर्व की बात है। "
गौरतलब है कि इशान किशन आईपीएल में मुंबई इंडियंस के लिए खेलते हैं और पिछले 2020 सीजन में उन्होंने कुछ शानदार पारियां भी खेली थी। इतना ही नहीं आईपीएल के पिछले सीजन में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में वो 14 मैच में 516 रन बनाकर 5वें स्थान पर रहे थे। जबकि 99 रनों की पारी उनकी सर्वश्रेष्ठ पारी रही। इस तरह देखा जाए तो हाल ही के सालों में इशान के बल्ले से काफी लंबी-लंबी पारियां निकल रही हैं। जबकि अपने शुरूआती दिनों में इशान एक अच्छी शुरुआत को ज्यादातर बड़े स्कोर में नहीं बदल पा रहे थे।
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जिसके बारे में उनके कोच ने कहा, "इशान ने कोरोना माहामारी के कारण लगने वाले लॉकडाउन में मानसिक तौर पर काफी काम किया और जमकर अभ्यास भी किया है। इतना ही नहीं अधिक क्रिकेट खेलने के साथ उसमें अब काफी मैच्योरिटी आ चुकी है। यही कारण है कि इशान अब लंबी - लंबी पारियां खेलने में अधिक सक्षम हो चुका है।"
इतना ही नहीं उनके कोच ने आगे इशान की बल्लेबाजी के पीछे राष्ट्रीय क्रिकेट कादमी के कोच राहुल द्रविड़ की भी तारीफ की है। उन्होंने अंत में कहा, "इशान जब राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में था। तो वहाँ पर उससे राहुल द्रविड़ के सानिध्य में भी काफी कुछ सीखने को मिला। जिससे उसके गेम में और निखार आया है। इसलिए मैं राहुल द्रविड़ को भी इसका क्रेडिट देना चाहूँगा।"
बता दें कि घरेलू क्रिकेट में इशान किशन अभी तक 95 टी20 मैच खेल चुके हैं। जिसमें उनके नाम 2372 रन दर्ज हैं। जबकि 20 ओवेरों के क्रिकेट में उनके नाम 113 रनों की नाबाद पारी भी दर्ज है। वहीं घरेलू वनडे यानि लिस्ट ए टूर्नामेंट के 73 मैचों में इशांत के नाम 2507 रन दर्ज है। जबकि 173 रनों की सर्वश्रेष्ठ पारी जो उन्होंने हाल ही में मध्यप्रदेश के खिलाफ खेली है। वहीं 44 फर्स्ट क्लास मैचों में इशान के नाम 2665 रन और 273 रनों की सर्वश्रेष्ठ पारी दर्ज है। इस तरह आगामी इंग्लैंड के खिलाफ 12 मार्च से शुरू होने वाली टी20 सीरीज में एक बार फिर इशान की बल्लेबाजी पर सभी की नजरें होंगी।