भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान ने किया सभी फॉर्मेट से संन्यास का ऐलान
भारतीय टीम के ऑलराउंडर इरफान पठान ने आज क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास का ऐलान कर दिया है। उन्होंने भारत के लिए आखिरी मैच 2012 में खेला था।
भारतीय टीम के ऑलराउंडर इरफान पठान ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास का ऐलान कर दिया। साल 2003 में इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू करने वाले इरफान भारतीय टीम के लिए 29 टेस्ट, 120 वनडे और 24 टी-20 मैच खेले। इरफान ने टेस्ट क्रिकेट में 3.58 की किफायती इकॉनमी रेट से कुल 100 विकेट अपने नाम किए हैं। वहीं वनडे में उन्होंने 173 विकेट झटके हैं जबिक टी-20 में उनके नाम 28 विकेट दर्ज है।
रिटायरमेंट लेते हुए इरफान पठान ने कहा 'मैं उन सभी साथियों, कोचों और स्पॉर्ट स्टाफ का शुक्रिया करना चाहता हूं, जिन्होंने मुझे हमेशा सपॉर्ट किया। मैं उस खेल को ऑफिशली छोड़ रहा हूं, जो मुझे सबसे अधिक प्यारा है।'
इरफान बोले ने आगे कहा, 'जिंदगी का सबसे खास लम्हा जब भारतीय टीम की कैप मिली, मैं क्या कोई भी क्रिकेटर उस लम्हे को नहीं भूल सकता, जब वह अपने देश का प्रतिनिधित्व करता है।'
एक ऑलराउंडर के तौर पर इरफान का बल्लेबाजी में भी भारतीय टीम के लिए कमाल का प्रदर्शन रहा है। इरफान ने टेस्ट क्रिकेट में 1105 रन बनाए जिसमें 1 शतक के साथ 6 अर्द्धशतक भी शामिल है। वहीं वनडे क्रिकेट में इरफान ने 1544 रन बनाए हैं। इस फॉर्मेट में इरफान ने टीम के लिए 5 अर्द्धशतक लगाने में कामयाब रहे जबकि टी-20 में इरफान ने 172 रन बनाए।
इरफान की इसी काबिलियत की वजह से टीम इंडिया में उनकी पहचान एक ऑलराउंडर के तौर पर बन गई थी। वह बहुत तेजी से गेंदबाजी नहीं करते थे लेकिन दायें हाथ के बल्लेबाजों के लिये स्विंग कराने की नैसर्गिक क्षमता के कारण उन्हें जल्द ही सफलता मिलने लगी और उनकी कपिल देव से भी तुलना की जाने लगी।
भारतीय क्रिकेट टीम में इरफान पठान एक सनसनी के तौर पर आए थे। 19 साल की उम्र में भारत के लिए डेब्यू करने वाले इरफान ने अपनी स्वींग होती गेंद से उस दौरे के सभी बड़े बल्लेबाजों का अपना शिकार बनाया था।
इरफान को भारतीय क्रिकेट में पाकिस्तान की धरती पर टेस्ट मैच के अपने पहले ही ओवर में हैट्रिक लेने के लिए हमेशा याद किया जाएगा। इरफान टेस्ट क्रिकेट में हैट्रिक लेने वाले भारत के पहले तेज गेंदबाज बने थे। उन्होंने अपनी हैट्रिक में सलमान बट, यूनिस खान और मोहम्मद यूसुफ को आउट किया था। दोनों टीमों के बीच यह मुकाबला साल 2006 में करांची में खेला गया था।
इरफान साल 2007 खेले गए टी-20 विश्व कप में खिताब जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे और पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल मैच में उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया था।
हालांकि वह अपने करियर के दौरान अधिकतर समय चोटों से जूझते रहे जिसके कारण अपनी वास्तविक क्षमता दिखाने में भी नाकाम रहे। 35 साल के इरफान का संन्यास लेना तय माना जा रहा था क्योंकि उन्होंने अपना आखिरी प्रतिस्पर्धी मैच फरवरी 2019 में जम्मू कश्मीर की तरफ से सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में खेला था। इसी वजह से इरफान ने पिछले महीने खुद को आईपीएल के नीलामी पूल में भी नहीं रखा था।