नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 2022 के सत्र में दो नयी फ्रेंचाइजी टीमों को जोड़ने से भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के खाते में जल्द ही कम से कम 5000 करोड़ रुपये जमा हो सकते हैं। आईपीएल अभी आठ टीमों के बीच खेला जाता है लेकिन अगले वर्ष से इसमें 10 टीमें खेलेंगी। आईपीएल संचालन परिषद की हाल की बैठक के दौरान इसकी बोली प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया गया।
बीसीसीआई के एक सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई से कहा, ‘‘कोई भी कंपनी 75 करोड़ रुपये देकर बोली दस्तावेज खरीद सकती है। पहले दो नयी टीमों का आधार मूल्य 1700 करोड़ रुपये रखने पर विचार किया जा रहा था लेकिन अब आधार मूल्य 2000 करोड़ रुपये करने का फैसला किया गया है। ’’ आईपीएल के वित्तीय पक्ष को देखने वाले सूत्र ने बताया कि यदि बोली प्रक्रिया योजना के अनुसार आगे बढ़ी तो बीसीसीआई को कम से कम 5000 करोड़ रुपये का लाभ होगा क्योंकि कई कंपनियां बोली प्रक्रिया में दिलचस्पी दिखा रही हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘बीसीसीआई कम से कम 5000 करोड़ रुपये की उम्मीद कर रहा है। अगले सत्र में आईपीएल में 74 मैच होंगे और यह सभी के लिये फायदे वाली स्थिति होगी।’’ पता चला है कि सालाना 3000 करोड़ रुपये या इससे अधिक का टर्न ओवर रखने वाली कंपनियों को ही बोली प्रक्रिया में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी। यही नहीं बीसीसीआई कंपनियों के समूह को भी टीम खरीदने के लिये अनुमति देने की योजना बना रहा है। इससे बोली प्रक्रिया अधिक रोचक बन जाएगी।
सूत्र ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि तीन से अधिक कंपनियों को समूह बनाने की अनुमति नहीं दी जाएगी, लेकिन यदि तीन कंपनियां साथ में आकर एक टीम के लिये बोली लगाना चाहती हैं तो ऐसा करने के लिये उनका स्वागत है। ’’ नयी टीमों जो आधार स्थल होंगे उनमें अहमदाबाद, लखनऊ और पुणे भी शामिल हैं। अहमदाबाद का नरेंद्र मोदी स्टेडियम और लखनऊ का इकाना स्टेडियम फ्रेंचाइजी की पसंद हो सकते हैं क्योंकि इन स्टेडियमों की क्षमता अधिक है।
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