EXCLUSIVE | इरफ़ान से 'जूते', हार्दिक से 'किट' लेकर IPL तक आ पहुंचा किसान का बेटा लुकमान, बनेगा दिल्ली का 'यॉर्कर' किंग!
लुकमान ने बताया कैसे पिता के किसान होने के कारण खेतों में गेंदबाजी करते - करते आज दुनिया की सबसे बड़ी रंगारंग लीग आईपीएल के मंच तक आ पहुंचे।
एक कहावत आप सभी ने काफी सुनी होगी कि 'करत-करत अभ्यास के जड़मति होत सुजान रसरी आवत जात ते, सिल पर पड़त निसान।' जिसका मतलब है कि अगर आपने किसी काम को करने की ठान ली है तो बस उसे करते जाइए। जिसके बूते आप एक दिन असफलता के माथे में कील ठोककर सफलता पा सकते हैं। कुछ ऐसी ही संघर्षो से भरी कहानी है बडौदा के 29 साल के लेफ्ट आर्म तेज गेंदबाज लुकमान इकबाल मेरिवाला की। जिन्हें इंडियन प्रीमियर लीग के आगामी 2021 सीजन की नीलामी से पहले तक शायद ही कोई जानता हो। लेकिन एक बार नीलामी के दौरान किसान के बेटे को 20 लाख के बेस प्राइस में जैसे ही दिल्ली कैपिटल्स ने खरीदा, अब हर कोई इनकी कहानी जानना चाहता है।
लुकमान इकबाल मेरिवाला भारतीय घरेलू क्रिकेट में साल 2013 से बडौदा की टीम में खेलते आ रहे हैं। इस बीच इन्होने हार्दिक पांड्या, कृणाल पांड्या, इरफ़ान पठान और भारत की विश्वकप 2011 जीत में टीम इंडिया का हिस्सा रहे मुनाफ पटेल से काफी कुछ सीखा है। जिसको अब वो आईपीएल 2021 के मंच पर दुनिया के सामने दिखाने को पूरी तरह से तैयार हैं। Indiatv.in ने जब लुकमान से ख़ास बातचीत की तो उन्होंने बताया कैसे पिता के किसान होने के कारण खेतों में गेंदबाजी करते - करते आज दुनिया की सबसे बड़ी रंगारंग लीग आईपीएल के मंच तक आ पहुंचे।
गाँव छोड़कर मामू के यहाँ रहे लुकमान
लुकमान ने कहा, " साल 2003-04 का समय था। जब मैं अपने गाँव बडौदा के भरूच जिले में आने वाले सरणार गाँव में रहता था। उस समय मैं खेतों में गेंदबाजी करता था। मेरा जाकिर चाचा ने मेरी गेंदबाजी देखी और उन्होंने मेरे पिता ( किसान ) को मुझे क्रिकेट में आगे जाने के लिए कहा। जिस पर मेरे घरवाले राजी हो गये और मैं बडौदा में अपने मामू के घर आ कर अभ्यास करने लगा। क्योंकि बडौदा क्रिकेट ग्राउंड से मेरा घर 120-130 किलोमीटर दूर था और मैं प्रतिदिन आ-जा नहीं सकता था।"
लुकमान ने आगे कहा, "दो से तीन साल अभ्यास करने के बाद एक समय मुझे ऐसा लगने लगा शायद अब मैं आगे नहीं बढ़ पाऊंगा और मैंने 6 महीने के लिए क्रिकेट छोड़ दिया था। हालांकि उसके बाद एक बार फिर घरवालों और सबने मुझे प्रेरित किया। जिसके बाद मैं दोबारा मैदान में उतरा और फिर साल 2009 में बडौदा से अंडर 19 क्रिकेट कृणाल पांड्या के साथ खेला। जिसके बाद फिर लगने लगा हाँ मैं ये कर सकता हूँ और आगे बढ़ता गया।"
इरफ़ान ने किए थे जूते गिफ्ट
पिता किसान होने के नाते लुकमान को अपने क्रिकेट करियर को बनाने में कभी-कभी थोड़ी आर्थिक तंगियों से भी निपटना पड़ा है। हालांकि इस दौरान बडौदा टीम में शामिल उनके सीनियर खिलाड़ी इरफ़ान पठान, हार्दिक पांड्या और कृणाल पांड्या जैसे क्रिकेटरों ने उनकी काफी मदद भी की है। जैसे कि लुकमान ने बातचीत में कहा, "मुझे सभी खिलाड़ियों ने समय - समय पर काफी मदद की है। एक बार इरफ़ान भाई ने मेरे जूते का साइज़ पूछा तो मुझे नया गेंदबाजी जूता दिया। जबकि एक दो बार हार्दिक भाई भी किट गिफ्ट कर चुके हैं। इस तरह इन सबका सहयोग मिलता रहा है।"
वहीं लुकमान बडौदा क्रिकेट टीम से काफी लम्बे समय से खेलते आ रहे हैं और इरफ़ान पठान की ही तरह वो लेफ्ट आर्म तेज गेंदबाज भी हैं। ऐसे में इरफ़ान से मिलने वाली सलाह या सफलता के मन्त्र के बारे में जब उनसे पूछा गया तो उन्होने कहा, "इरफ़ान भाई ने हमेशा जब भी मैंने कहीं पर भी कोई गलती की तो उसे सुधारा है। बाकी कुछ ख़ास नहीं उन्होने हमेशा यही कहा है कि अपनी ताकत को पहचानों और कोई जो भी सलाह दे रहा है उसे बस सुनो। जबकि गेंदबाजी हमेशा अपनी ताकत पर ही करना। मैं बस इसी चीज को लेकर आगे बढ़ता आया हूँ।"
'यॉर्कर' है ताकत
ऐसे में बतौर लेफ्ट आर्म तेज गेंदबाज लुकमान से जब उनकी गेंदबाजी में गति या स्विंग जैसी ताकत के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "मेरी गति इस समय 130-135 KM/PH आ रही है। इसलिए मैं अभी स्पीड पर इतना ज्यादा ध्यान नहीं देने जा रहा हूँ। आईपीएल में स्विंग गेंदबाजी पर ज्यादा ध्यान दूंगा।"
वहीं लुकमान से जब उनकी गेंदबाजी में ताकत के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "टी20 क्रिकेट में वैरियेशन गेंदबाजी ज्यादा काम करती है। ऐसे में मैंने यॉर्कर काफी अच्छे से सीखी है और मैं कभी भी यॉर्कर गेंद डाल सकता हूँ। इस लिहाज से आईपीएल में यॉर्कर गेंद को मैं अपनी ताकत मानता हूँ।" इस लिहाज से दिल्ली के नए यॉर्कर किंग बनने को अब लुकमान पूरी तरह से तैयार हैं।
इशांत से मिलने को उत्साहित लुकमान
लुकमान को आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स ने 20 लाख के बेस प्राइस में खरीदा है। जिसमें पहले से ही कगिसो रबाडा और इशांत शर्मा जैसे धाकड़ तेज गेंदबाज शामिल हैं। ऐसे में उनके बारे में लुकमान ने अंत में कहा, "मैं इशांत भाई और दिल्ली टीम के कोच व सभी खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम का हिस्सा बनने को लेकर काफी उत्साहित हूँ। ऐसे बड़े - बड़े गेंदबाजों के साथ रहना और सीखना मेरे जीवन के सबसे ख़ास पलों में से एक होगा।"
बता दें की लुकमान अभी तक घरेलू क्रिकेट में 17 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं। जिसमें उनके नाम 59 विकेट हैं। वहीं लिस्ट ए यानि वनडे टूर्नामेंट में उनके नाम 31 मैचों में 39 विकेट हैं।। जबकि 44 टी20 मैचों में उनके नाम 72 विकेट हैं और 8 रन पर 5 विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन हैं। यही कारण है कि दिल्ली की टीम ने लुकमान पर भरोसा जताया है।