उमेश यादव ने किया खुलासा, इस तरह बदली हुई मानसिकता के चलते मिल रही है सफलता
उमेश यादव को इस बात का गर्व है कि लोग आज भारतीय गेंदबाजी के बारें में बाते कर रहे हैं।
आधुनिक क्रिकेट में भारतीय क्रिकेट की परिभाषा बदलती जा रही है। जिस टीम इंडिया को पहले के दशक में धाकड़ बल्लेबाजों और स्पिन गेंदबाजों के लिए जाना जाता था। उसी टीम इंडिया के तेज गेंदबाजों ने अब परिभाषा बदलकर रख दी है। इस समय पूरे क्रिकेट जगत में कहर बरपाती टीम इंडिया की गेंदबाजी की चर्चा जोरों पर है। हर तरफ इशांत शर्मा, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह और उमेश यादव की गेंदबाजी के तारीफों के पुल बांधे जा रहे हैं। इसी बीच उमेश यादव भी भारतीय क्रिकेट में दशकों पुरानी बदलती परंपरा का हिस्सा बनकर काफी खुश हैं और उन्हें इस बात का गर्व है कि लोग आज भारतीय गेंदबाजी के बारें में बाते कर रहे हैं।
टाइम्स ऑफ़ इंडिया को दिए इंटरव्यू में उमेश ने कहा, "यह अच्छा लगता है जब लोग भारत में तेज गेंदबाजों की बाते करते हैं। पहले लोग घरेलू मैचों में स्पिन गेंदबाजों के बारे में बात करते थे। उनका मानना था की जल्द ही गेंद स्पिन होना शुरू कर देगा और तेज गेंदबाज तो सिर्फ गेंद को पुराना करेंगे जिसके बाद रिवर्स स्विंग मिलेगा।"
हालांकि टीम इंडिया के तेज गेंदबाजों ने अपने कठिन परिश्रम के चलते सभी को गलत ठहरा दिया और पिछले एक साल से लगातार भारतीय तेज गेंदबाजी ईकाइ ने दुनिया के हर मैदान में फतह हासिल की है। इसी क्रम में इशांत, शमी और उमेश ने मिलकर बांग्लादेश के खिलाफ डे-नाईट टेस्ट मैच में 'पिंक बॉल' से कहर बरपाते हुए सभी 19 विकेट अपने नाम किए थे। जिसमें स्पिनर्स को एक भी विकेट नहीं मिला।
ऐसे में नई गेंद से बदलने वाली सोच के बारे में उमेश ने कहा, "पहले हमारा काम सिर्फ नई गेंद को किसी तरह से रफ करना होता था। जिससे स्पिनर्स जल्दी से मैच में गेंदबाजी कर सके। अब यह सोचकर आत्मसंतुष्टि मिलती है कि हम पूरे दिन गेंदबाजी कर सकते हैं। हम सभी ने ये निर्णय किया कि हम यहाँ सिर्फ गेंद को रफ करने नहीं बल्कि गेंद से विकेट लेने आए हैं। जिसके लिए हमें नई गेंद मिली है।"
गौरतलब है कि उमेश ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2 टेस्ट में 11 जबकि बांग्लादेश के खिलाफ 12 विकेट लेकर घरेलू मैदानों में अपनी गेंदबाजी का लोहा मनवा दिया। ऐसे में जब उनसे बदलाव के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "ऐसा कुछ नहीं है, लोगों को लगता है कि मेरी गेंदबाजी में काफी बदलाव आया है। यह सब कुछ निर्भर करता है कि आपने कितने मैच खेले हैं और आपकी लय कैसी है। अगर आप ज्यादा मैच खेलते है तो आप लय में होते है बस यही है और कुछ नहीं।"
वहीं टेस्ट क्रिकेट में लाल और पिंक बॉल से कहर बरपाने वाले उमेश से जब वनडे और टी20 क्रिकेट में वापसी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "अभी टीम में भुवनेश्वर, शमी और कुलदीप वापस आ गए हैं। इस तरह अगर मैं भी लगातार अच्छा करता रहूँगा तो मैं भी टीम में आ सकता हूँ।"
बता दें की टीम इंडिया की गेंदबाजी के प्रमुख जसप्रीत बुमराह इस समय चोटिल चल रहे हैं। जिनकी जगह पर उमेश को घरेलू मैदानों में मौका दिया गया था। जिसका उमेश ने बखूबी फायदा उठाया और बांग्लादेश के खिलाफ ऐतिहासिक डे-नाईट टेस्ट मैच में उन्होंने पिंक बॉल से 8 विकेट चटकाए। जिसके चलते टीम इंडिया ने मैच को 2 दिन और तीसरे दिन महज 47 मिनट तक के खेल में बांग्लादेश पर एक पारी और 46 रन से जीत हासिल की थी। ऐसे में टीम इंडिया का अगला न्यूजीलैंड दौरा जनवरी 2020 में हैं जहां पर उमेश को एक बार फिर खुद को विदेशी पिचों पर साबित करने का चैलेंज होगा।