'रिजवान का सेमीफाइनल के लिए ICU से वापस आकर खेलना चमत्कार था'
रिजवान सीने में संक्रमण से जूझ रहे थे। इसके बाद, वह दो रातें आईसीयू में इलाज कराने के बाद टीम में शामिल हुए थे।
पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान के शीघ्र स्वस्थ होने और सेमीफाइनल खेलने से भारतीय डॉक्टर चकित हैं। जिन्होंने रिजवान का इलाज किया था। क्योंकि आईसीयू में इलाज के दौरान खिलाड़ी कह रहा था कि मुझे खेलना है और टीम के साथ रहना है। उनकी इस अदम्य भावना और साहस को याद किया है।
आईसीसी टी20 विश्व कप के दूसरे सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करने वाले पाकिस्तान के शीर्ष क्रम के बल्लेबाज सीने में संक्रमण से जूझ रहे थे। इसके बाद, वह दो रातें आईसीयू में इलाज कराने के बाद टीम में शामिल हुए थे।
रिजवान की महत्वपूर्ण नॉकआउट मैच में अपने देश के लिए खेलने की इच्छा थी। वह पूरी तरह से आत्मविश्वास से भरे हुए थे। इस बारे में दुबई के मेडिओर अस्पताल में विशेषज्ञ पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. साहिर सैनालबदीन याद करते हुए कहा, "मैं उनके शीघ्र ठीक होने से चकित हूं।"
रिजवान ने 9 नवंबर को दोपहर 12.30 बजे मेडिओर अस्पताल के आपातकालीन विभाग में सीने में संक्रमण के कारण भर्ती हुए थे। वह बुखार, लगातार खांसी और सीने में जकड़न से पीड़ित थे। डाक्टरों की टीम ने तुरंत उनका इलाज करना शुरू किया और उनके दर्द को कम करने के लिए दवाएं दीं।
डॉ. साहिर ने कहा, "भर्ती के समय उनका दर्द 10/10 था। इसलिए हमने स्थिति को देखते हुए उनका इलाज जारी रखा।" उनकी जांच के बाद आई रिपोर्ट में पता चला कि उनको सीने में संक्रमण की समस्या है। इसके बाद, मेडिकल टीम ने 29 साल के क्रिकेटर को आईसीयू में स्थानांतरित कर दिया और उनकी स्थिति पर लगातार नजर बनाए रखी।
इलाज के दौरान रिजवान को कई प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ा। डॉ. साहिर ने कहा, "रिजवान को गंभीर संक्रमण था। सेमीफाइनल से पहले रिकवरी और फिटनेस हासिल करना असंभव लग रहा था। किसी को भी इससे ठीक होने में आमतौर पर 5 से 7 सात दिन लगते हैं।"
हालांकि, क्रिकेटर बीमार था। लेकिन उसने जबरदस्त इच्छाशक्ति दिखाई। डॉक्टर ने बताया, " उन्होंने सेमीफाइनल में खेलने के लिए भगवान पर विश्वास बनाए रखा।"
आईसीयू में रिजवान की दो रातों के इलाज के बाद महत्वपूर्ण सुधार दिखा। डॉक्टर का मानना है कि उनके तेजी से ठीक होने में कई और कारणों का योगदान रहा।
डॉ. साहिर बताते हैं कि बीमारी के दौरान रिजवान ²ढ़, साहसी और आत्मविश्वास से भरे थे। एक खिलाड़ी के रूप में उनकी शारीरिक फिटनेस और सहनशक्ति का स्तर उनके जल्दी ठीक होने में अहम रहा। वह 35 घंटे तक आईसीयू में रहे थे। इसके बाद डॉक्टरों की एक टीम की देखरेख के बाद रिजवान को बुधवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
क्रिकेटर के ठीक होने से सभी खुश थे। टीम के अधिकारी लगातार मेडिकल टीम के संपर्क में थे।
डॉ साहिर के मुताबिक, "खेल आयोजनों के दौरान, हमने खिलाड़ियों को चोटों के साथ आते देखा है। लेकिन यह पहली बार था, जब इस पैमाने के गंभीर संक्रमण से पीड़ित खिलाड़ी इतनी जल्दी ठीक हो गया हो। जब रिजवान ने बड़े-बड़े छक्के लगाए, तो हम सभी खुश थे।"
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रिजवान ने डॉक्टर और उनकी टीम को उनके समर्थन और देखभाल के लिए धन्यवाद दिया। साथ ही उन्हें हस्ताक्षर की हुई जर्सी भी भेंट की।