चौथे वनडे में विराट के निशाने पर होगा धोनी का ये खास रिकॉर्ड
एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले जाने वाले मैच में अगर भारतीय टीम जीत हासिल कर लेती है तो कोहली वनडे मैचों में कप्तान के तौर पर लगातार सबसे ज्यादा जीत हासिल करने के मामले में धोनी को पीछे छोड़ देंगे।
बेंगलुरु: विजय रथ पर सवार भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली की नजरें अपने पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के रिकॉड को तोड़ने पर हैं, लेकिन इसके लिए उन्हें गुरुवार को आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जाने वाले चौथे वनडे मैच में हर हाल में जीत चाहिए होगी। एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले जाने वाले मैच में अगर भारतीय टीम जीत हासिल कर लेती है तो कोहली वनडे मैचों में कप्तान के तौर पर लगातार सबसे ज्यादा जीत हासिल करने के मामले में धोनी को पीछे छोड़ देंगे।
कोहली ने इंदौर में खेले गए मैच में धोनी के कप्तान के तौर पर लगातार नौ मैचों में जीत के रिकार्ड की बराबरी कर ली थी। इसी मैच को जीतकर भारत ने आस्ट्रेलिया के साथ खेली जा रही पांच वनडे मैचों की सिरीज़ में 3-0 की बढ़त ले ली थी। धोनी ने फरवरी 2008 से जनवरी 2009 तक लगातार 9 मैचों में जीत हासिल की थी। कोहली का लगातार जीत का सिलसिला इसी साल छह जुलाई से शुरू हुआ था जो अभी तक कायम है। चिन्नास्वामी स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे वनडे में जीत दर्ज करते ही विराट धोनी के लगातार 9 वनडे जीतने के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ देंगे।
कोहली की कप्तानी वाली टीम ने सिरीज़ में अभी तक एकतरफा प्रदर्शन करते हुए आस्ट्रेलिया को हर मामले में बैकफुट पर ही रखा है। भारतीय टीम के बल्लेबाजों ने पिछले मैच में बेहतरीन प्रदर्शन किया था। हालांकि, पहले दो मैचों में उसका मध्यक्रम विफल रहा था। लेकिन टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने इसमें बदलाव किए और तीसरे मैच में हरफनमौला खिलाड़ी हार्दिक पांड्या को चौथे नबंर पर उतारा और उनके स्थान पर मनीष पांडे को भेजा। उनका यह प्रयोग सफल रहा और टीम को जीत मिली।
इस सिरीज़ में भारत की गेंदबाजी उसकी सबसे बड़ी ताकत रही है। चाहे तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार हों या स्पिनर युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव, सभी ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
सिरीज़ पर कब्जा जमा चुकी मेजबान टीम इस मैच में बेंच पर बैठे खिलाड़ियों को आजमा सकती है। मोहम्मद शमी, उमेश यादव और अक्षर पटेल इस स्थिति में अंतिम एकदाश में आ सकते हैं।
वहीं, मेहमान टीम के लिए कुछ भी अच्छा नहीं रहा है। वह बल्ले और गेंद दोनों से अच्छी शुरुआत के बाद भी पीछे रह जाती है। पहले मैच में गेंदबाजों ने अच्छी शुरुआत दिलाई लेकिन अंत में लय खो बैठे और फिर बल्लेबाज भी अपना काम नहीं कर पाए। दूसरे मैच में भी लगभग यही हुआ। तीसरे मैच में बल्लेबाज चले तो गेंदबाज विफल रहे।
कप्तान स्टीव स्मिथ और गेंदबाजी में नाथन कुल्टर नाइल को छोड़कर कोई और खिलाड़ी लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सका है। हालांकि पिछले मैच में सलामी बल्लेबाज एरॉन फिंच की वापसी से टीम को मजबूती मिली, उन्होंने आते ही शतक जड़ा। दूसरे सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर पर भी रन करने की जिम्मेदारी है। लेकिन वार्नर और ग्लेन मैक्सवेल का भी बल्ले से खामोश रहना आस्ट्रेलिया के लिए सिर दर्द है। स्पिन गेंदबाज एश्टन अगर उंगली में चोट के कारण पूरी सिरीज़ से बाहर हो गए हैं। उनकी जगह चौथे मैच में एडम जम्पा को मौका दिया जा सकता है।
भारत : विराट कोहली (कप्तान), महेंद्र सिंह धोनी (विकेटकीपर), रोहित शर्मा, अजिंक्य रहाणे, भुवनेश्वर कुमार, मनीष पांडे, केदार जाधव, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पंड्या, अक्षर पटेल, उमेश यादव, मोहम्मद शमी और लोकेश राहुल।
ऑस्ट्रेलिया: स्टीवन स्मिथ (कप्तान), एरॉन फिंच, डेविड वार्नर, केन रिचर्डसन, ग्लेन मैक्सवेल, नाथन कल्टर-नाइल,पैट कमिंस, पीटर हैंड्सकॉम्ब, ट्रैविस हेड, मार्कस स्टॉइनिस, मैथ्यू वेड (विकेटकीपर), जेम्स फॉल्कनर, एडम जाम्पा और हिल्टन कार्टराइट।