रॉस्टन चेज, जेसन होल्डर की पारी ने वेस्टइंडीज को संभाला, पहले दिन टीम के 7 विकेट गिरे
वेस्टइंडीज ने पहले दिन का खेल समाप्त होने तक सात विकेट पर 295 रन बना लिए हैं। चेज (नाबाद 98) अपने चौथे टेस्ट शतक से केवल दो रन दूर हैं।
भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के पहले दिन रॉस्टन चेज और कप्तान जेसन होल्डर ने सातवें विकेट के लिए 104 रन की साझेदारी कर वेस्टइंडीज को दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच के पहले दिन शुरुआती झटकों से उबारा। वेस्टइंडीज ने पहले दिन का खेल समाप्त होने तक सात विकेट पर 295 रन बना लिए हैं। चेज (नाबाद 98) अपने चौथे टेस्ट शतक से केवल दो रन दूर हैं। उन्होंने अब तक 174 गेंदें खेलकर सात चौके और एक छक्का लगाया है। होल्डर दिन का खेल खत्म होने से ठीक पहले 52 रन बनाकर पवेलियन लौटे। उमेश यादव की गेंद को लेग साइड पर खेलने के प्रयास में उन्होंने विकेटकीपर ऋषभ पंत को कैच दिया।
उनके आउट होने के बाद देवेंद्र बिशू (नाबाद दो) ने चेज के साथ मिलकर दिन के आखिरी पांच ओवरों में गेंदबाजों का डटकर सामना किया। चेज और होल्डर हालांकि वेस्टइंडीज को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने में सफल रहे। इन दोनों ने तब जिम्मेदारी संभाली जबकि पहला मैच पारी के अंतर से गंवाने वाली कैरेबियाई टीम ने कुलदीप यादव (74 रन देकर तीन विकेट) और उमेश यादव (83 रन देकर तीन विकेट) की शानदार गेंदबाजी के सामने छह विकेट 182 रन पर गंवा दिये थे। ये हालत तब थी जबकि भारत केवल चार गेंदबाजों का उपयोग करने पर मजबूर था।
भारत के लिए मैच की शुरुआत बहुत अच्छी नहीं रही थी क्योंकि अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर केवल दस गेंद करने के बाद मांसपेशियों में खिंचाव के कारण मैदान छोड़कर बाहर चले गए। उनकी अनुपस्थिति में भारतीय आक्रमण चार गेंदबाजों तक सीमित हो गया था, लेकिन तब भी वेस्टइंडीज ने चेज और होल्डर की साझेदारी से पहले नियमित अंतराल में विकेट गंवाए।
बाएं हाथ के लेग स्पिनर कुलदीप फिर से वेस्टइंडीज के लिए परेशानी का सबब बने। बल्लेबाज अधिकतर अवसरों पर उनकी गेंदों को समझने में नाकाम रहे जबकि उमेश ने पुरानी गेंद से प्रभावशाली गेंदबाजी की। चेज ने धैर्य से बल्लेबाजी करते हुए लगातार दूसरा टेस्ट अर्धशतक जमाया जबकि चोटिल होने के कारण पहले मैच में नहीं खेल पाने वाले होल्डर ने वापसी पर अपने बल्लेबाजी के अपने कौशल का अच्छा नमूना पेश किया। इन दोनों ने तीसरी बार सातवें विकेट के लिए शतकीय साझेदारी निभाई जो कि रिकॉर्ड है। इनके अलावा अन्य बल्लेबाजों के पास बल्लेबाजी के लिए अनुकूल पिच पर खेलने के लिए भी न तो तकनीक दिखी और ना ही धैर्य।
होल्डर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया जिसके बाद रविचंद्रन अश्विन (49 रन देकर एक विकेट) और कुलदीप ने वेस्टइंडीज का शीर्ष क्रम झकझोरा जबकि लंच से ठीक पहले उमेश यादव ने शे होप (36) को आउट करके पहले सत्र में भारत का पलड़ा भारी रखा। राजकोट में पहले टेस्ट मैच की दूसरी पारी में 83 रन बनाने वाले सलामी बल्लेबाज पॉवेल को अश्विन की पगबाधा की अपील पर डीआरएस के सहारे जीवनदान मिला लेकिन वो ज्यादा देर तक नहीं टिक पाए। उन्होंने इस ऑफ स्पिनर की गेंद पर लॉफ्टेड ड्राइव करने के प्रयास में कवर में रविंद्र जडेजा को कैच थमाया।
पॉवेल के साथी सलामी बल्लेबाज ब्रेथवेट पहले टेस्ट की तुलना में थोड़ा टिककर खेले लेकिन रन नहीं बना पाने के कारण उन पर दबाव बन गया। वो कुलदीप की अंदर आती गेंदों के सामने काफी परेशान दिख रहे थे। इसी तरह की एक गेंद को वो नहीं समझ पाए और पगबाधा आउट हो गए। उन्होंने अपनी पारी में 68 गेंदें खेली। होप और शिमरोन हेटमेयर ने तीसरे विकेट के लिए 34 रन जोड़े। लंच से पहले आखिरी ओवर में हालांकि उमेश ने होप को पगबाधा आउट करके वेस्टइंडीज को करारा झटका दिया।
लंच के बाद हेतमायर (12) ने कुलदीप की गुगली को नहीं खेलना चाहा लेकिन वो विकेट के आगे उनके पैड से टकरा गई और पगबाधा आउट हो गए। सुनील एंब्रिस (18) ने इस चाइनामैन गेंदबाज की गेंद पर ही ढीला शॉट खेलकर विकेट गंवाया। चेज और शेन डॉरिच (30) ने छठे विकेट के लिए 69 रन जोड़े। उमेश ने इसके बाद गेंद संभाली और डॉरिच को पगबाधा आउट किया। अंपायर ने पहले बल्लेबाज को आउट नहीं दिया था लेकिन कप्तान विराट कोहली का डीआरएस लेने का फैसला सही साबित हुआ।