नई दिल्ली: भारी ड्रामे के बीच भारत ने फिरोजशाह कोटला मैदान पर खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन रविवार को दूसरे सत्र में अपनी पहली पारी सात विकेट पर 536 रनों पर घोषित कर दी। दिन के दूसरे सत्र में खेल तीन बार रुका और इसी बीच भारत की टीम प्रबंधन ने परेशान होकर अपनी पारी घोषित कर दी। इस सत्र में श्रीलंका के पांच खिलाड़ी प्रदूषण से बचने के लिए मास्क पहन कर उतरे थे। खराब वातावरण की शिकायत श्रीलंका ने मैदानी अंपायरों से भी की, हालांकि यह खेल रुकने का अकेला कारण मालूम नहीं पड़ता है।
भारत जब पांच विकेट खोकर 509 रनों पर था तभी श्रीलंकाई गेंदबाज लाहिरू गमागे को परेशानी हुई और खेल रोका गया। इसी बीच श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने खराब वातावरण की शिकायत मैदानी अंपायरों से की, जिसके कारण तकरीबन 15 मिनट का खेल रुका। मैच दोबारा शुरू हुआ और रविंचद्रन अश्विन (4) का विकेट गिरा। इसी बीच कप्तान कोहली भी अपने टेस्ट करियर के सर्वश्रेष्ठ स्कोर 243 रनों पर लक्षण संदकाना की गेंद पगबाधा करार दे दिए गए।
कोहली के जाने के बाद एक बार फिर खेल रुका 127वें ओवर में श्रीलंका के टीम मैनेजर असंका गुरुसिंहा मैदानी अंपायरों से कुछ शिकायत करने लगे। उनके जाने के बाद भारतीय टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने मैदान पर कदम रखा और मैदानी अंपायरों से बात की।
पांच मिनट तक खेल रुकने के बाद मैच एक बार फिर शुरू हुआ, लेकिन पांच गेंद बाद श्रीलंका के कप्तान दिनेश चंडीमल ने 10 खिलाड़ी होने के कारण मैच रोक दिया और इसी बीच श्रीलंका टीम के कोच निक पोथास मैदान पर आकर अंपायरों से बात करने लगे। इसी बीच भारतीय ड्रेसिंग रूम से कोहली ने परेशान होकर पारी घोषित कर दी। मैदान से जाते वक्त स्टेडियम में मौजूद दर्शकों ने श्रीलंकाई टीम की हूटिंग की और लूजर कहकर उन्हें हूट किया।
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