तो इसलिए तीसरे टेस्ट में प्लेइंग इलेवन में भुवनेश्वर कुमार की वापसी तय !
लगातार 2 हार के बाद भारतीय टीम से उम्मीदें जरुर टूटी है लेकिन भरोसा अभी भी बरकरार है।
लगातार 2 हार के बाद भारतीय टीम से उम्मीदें जरुर टूटी है लेकिन भरोसा अभी भी बरकरार है...भरोसा ..वांडरर्स में बाजी जीतने का .....भरोसा ..क्लीनस्वीप की बेइज्जती से बचने का...भरोसा...खोए हुए विश्वास को वापस लाने का...लेकिन ये विराट की टीम के लिए इतना आसान भी नहीं होने जा रहा।
वान्डर्स विकेट पर घास है। ग्राउंड और पिच में फर्क करना लगभग नामुमकिन सा काम है लेकिन इस विकेट को देखकर जितने खुश प्रोटियाज बॉलर हो रहे हैं उससे कहीं ज्यादा खुशी भारतीय गेंदबाजी खेमे में है क्योंकि विराट ने तैयार किया है ऐसा चक्रव्यूह जिसका नाम दिया गया है 'ऑपरेशन ग्रीन हंट'।
अगर मैच के दिन तक पिच से घास नहीं हटाई जाती है तो तय मानिए कि भारतीय टीम में भुवनेश्वर कुमार की वापसी होगी। ऐसे में अफ्रीका पर केपटाउन वाला अटैक देखने को मिल सकता है। भुवी ने केपटाउन टेस्ट में शुरुआती 3 विकेट लेकर सनसनी मचा दिया था। उन्होंने एल्गर, मरकरम और अमला को सिर्फ 12 के स्कोर पर पवैलियन भेजा था।
विराट चाहते है कि भुवनेश्वर वान्डरर्स में भी कुछ इसी रोल में दिखे। इसके अलावा अगर टीम इंडिया को पहले बल्लेबाजी करनी पड़ी तो इसके लिए भी विराट तैयार हैं क्योंकि जो गलती अफ्रीका वांडरर्स में करने जा रही है। वैसे ही गलती इंग्लैंड ने साल 2014 में किया था। इंग्लैंड ने लॉर्ड्स टेस्ट में हरी घास छोड़ी थी। उस समय टीम इंडिया को पहले बल्लेबाजी का सामना करना पड़ा था। इस मैच में भारतीय बल्लेबाजों ने हार नहीं मानी। उन्होंने विकेट के चारों तरफ रन बनाए। लॉर्ड्स के मैदान पर रहाणे की बल्लेबाजी को कौन भूल सकता है। रहाणे ने इस मैदान पर एतिहासिक 103 रन की पारी खेली। रहाणे की शतक के बदौलत टीम इंडिया मैच 95 रन से जीती। गेंदबाजी में भुवनेश्वर ने 6 और ईशांत शर्मा ने 7 विकेट लिए।
एक बार फिर टीम इंडिया केपटाउन और लॉर्ड्स के हिट फॉर्मुले को अजमाने की तैयारी में है और इसके लिए जरुरी है वांडरर्स के विकेट को देखते हुए प्लेइंग इलेवन में बदलाव। ऑपरेशन ग्रीन हंट के तहत विराट टीम में रहाणे और भुवी को लाना होगा तभी वांडरर्स में विराट विजयी पताका लहरा सकेंगे।