IND vs NZ : टेस्ट क्रिकेट में टी20 वाली मानसिकता से टीम इंडिया के बल्लेबाजों ने किया निराश, मैच में गंवाई पकड़
दूसरे टेस्ट मैच में हरी घास की विकेट पर भारत टॉस हारा और उसे न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी करने का आमंत्रण दिया।
क्राइस्टचर्च में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन एक बार फिर टीम इंडिया के बल्लेबाजों ने निराश किया और उनके पांच विकेट सिर्फ 22 रन पर गिए। जिसके चलते मैच में न्यूजीलैंड ने शानदार वापसी करके एक बार फिर टीम इंडिया को बैकफुट पर धकेल दिया। हलांकि इसी बीच पृथ्वी शॉ, चेतेश्वर पुजारा, और हनुमा विहारी ने जरूर अर्धशतक बनाए लेकिन एक बड़ी पारी ना खेल पाने के कारण भारत बड़े स्कोर की तरफ नहीं बढ़ सका और पूरी टीम 242 रनों पर ढेर हो गई। ऐसे में भारतीय बल्लेबाजों के अंदर धैर्य की कमी दिखाई दी और टेस्ट मैच में टी20 वाले शॉट्स खेलकर भारतीय बल्लेबाजों ने निराश किया।
पृथ्वी में दिखी धैर्य की कमी
दूसरे टेस्ट मैच में हरी घास की विकेट पर भारत टॉस हारा और उसे न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी करने का आमंत्रण दिया। ऐसे में सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल पारी की शुरुआत में ही 7 रन बनाकर चलते बने। जिसके बाद चेतेश्वर पुजारा और पृथ्वी शॉ के बीच 50 रनों की शानदार साझेदारी हुई। ऐसे में लग रहा था कि दोनों सेट हो चुके बल्लेबाज बड़ी साझेदारी निभाएंगे तभी पृथ्वी शॉ 54 रन बनाने के बाद जेमिसन की फुल लेंथ गेंद पर ड्राइव करने के चक्कर में अपना विकेट गंवा बैठे। इस तरह फिफ्टी जड़ने के तुरंत बाद शॉ अपना धैर्य खो बैठे और आउट होकर पवेलियन लौट गए। पृथ्वी काफी सेट हो चुके थे मगर जल्दबाजी के चक्कर में पवेलियन जा बैठे।
हनुमा का लापरवाही भरा शॉट
इसके बाद कप्तान कोहली 3 रन और उपकप्तान अजिंक्य रहाणे 7 रन बनाकर जल्दी चलते बने। हलांकि एक छोर पर चेतेश्वर पुजारा खूँटा गाड़ कर खड़े रहे। रहाणे के आउट होने के बाद क्रीज पर हनुमा विहारी आए और उन्होंने शानदार शॉट्स लगान शुरू कर दिए। इस तरह ट्रेंट बोले के एक ओवर में तीन चौके मारने के बावजूद हनुमा थोड़ी जल्दबाजी में दिखाई दिए। हनुमा ने पुजारा के साथ 81 रनों की साझेदारी निभाई और चायकाल से पहले के अंतिम ओवर में वैगनर की शॉट पिच गेंद पर फिफ्टी जड़ने के बाद धैर्य खो बैठे और लापरवाही भरा पुल शॉट खेलकर टीम इंडिया को बीच मझदार में छोड़ कर चलते बने। ऐसा शॉट अक्सर टी20 क्रिकेट की किताब में देखने को मिलता है जिस पर अमल करते हुए हनुमा ने अपना विकेट गंवाया। इस तरह अच्छी शुरुआत को हनुमा बड़े स्कोर में तब्दील करने के बजाए पवेलियन में जा बैठे।
हनुमा के बाद शुरू हुआ विकटों का पतझड़
हनुमा के आउट होते ही चायकाल के बाद टीम इंडिया के बल्लेबाज एक के बाद एक करके पवेलियन आते-जाते नजर आए। पूरे दिन शानदार बल्लेबाजी करने वाले पुजारा ने जैमीसन की गेंद पर पुल शॉट खेला जिससे गेंद बल्ले का किनारा लेकर हवा में गई और वाटलिंग ने आसान सा कैच पकड़ा। इस तरह टेस्ट क्रिकेट की परिभाषा में सोलह आने खरे उतरने वाले बल्लेबाज पुजारा भी फिफ्टी जड़ने के बाद धैर्य खो बैठे और अपना विकेट फेंक कर चलते बने। जिसका खामियाजा भारत को भुगतना पड़ा और इसके बाद पतझड़ की तरह टीम इंडिया की बल्लेबाजी बिखर गई। उसके अंतिम पांच विकेट सिर्फ 45 रन पर गिर गए। जिसमें विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत (12 रन ) ने एक बार फिर गैरजिम्मेदाराना शॉट खेलते हुए बाहर जाती गेंद को छेड़ा और अपना विकेट गंवाया। इसके बाद रविन्द्र जडेजा 9, उमेश यादव 0, मोहम्मद शमी 16 रन बनाकर चलते बने। ये सभी बल्लेबाज टेस्ट क्रिकेट में जल्दी रन बनाने के चक्कर में अपने विकेट फेंकते चले गए और भारत मैच में कहीं ना कहीं पीछे होता चला गया। इस तरह टेस्ट क्रिकेट में टी20 वाली बल्लेबाजी के कारण भारत ने मैच से अपनी पकड़ गंवा दी।
वहीं, न्यूजीलैंड की तरफ से अपने करियर का दूसरा टेस्ट मैच खेलने वाले काइल जैमीसन ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए 5 विकेट चटकाए। जबकि 2-2 विकेट साउथी और बोल्ट के नाम रहे और 1 विकेट नील वैगनर के नाम रहा।
इस तरह पहले टेस्ट मैच में न्यूजीलैंड के पुछल्ले बल्लेबाजों के कारण हार का मूहं देखने वाली टीम इंडिया के पुछल्ले बल्लेबाजों ने काफी निराश किया। भारत की मैच में पकड़ सही चल रही थी मगर अंतिम पांच विकेट पतझड़ की तरह गिरने के कारण टीम इंडिया एक बड़ा स्कोर खड़ा करने ने नाकामयाब रही। ऐसे में भारत को अगर मैच में वापसी करना है तो टीम इंडिया के गेंदबाजों को न्यूजीलैंड को सस्ते में समेटना होगा जिससे दूसरी पारी में भारतीय बल्लेबाज अपनी गलती ना दोहराकर कीवी टीम के सामने एक बड़ा लक्ष्य खड़ा कर सके।