टेस्ट सीरीज से पहले टीम इंडिया के कोच रवि शास्त्री ने दिए 6 बड़े बयान, कहा- आक्रामक क्रिकेट खेलेंगे
भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री ने कहा कि इस बार विराट कोहली दिखाएंगे कि उन्हें दुनिया का सबसे महान बल्लेबाज क्यों कहा जाता है।
भारत और इंग्लैंड के बीच 1 तारीख से शूरू हो रही टेस्ट सीरीज में हर किसी की नजरें विराट कोहली पर टिकी होंगी। कोहली साल 2014 के इंग्लैंड दौरे पर अपनी छाप छोड़ने में बुरी तरह नाकाम रहे थे और इस लिहाज से ये दौरा उनके लिए खुद को साबित करने के लिहाज से खासा अहम है। टेस्ट सीरीज से पहले भारतीय कोच रवि शास्त्री ने कई बड़े बयान दिए और साथ ही ये भी कहा कि इस बार विराट कोहली अपना जलवा जरूर दिखाएंगे। शास्त्री ने पूरी उम्मीद जताई कि इस बार कोहली उस स्तर का खेल दिखाएंगे जिसके लिए लोग उन्हें दुनिया का सबसे बड़ा बल्लेबाज मानती है। टेस्ट सीरीज से पहले शास्त्री ने क्या बड़े बयान दिए। आइए आपको बताते हैं। (Also Read: टेस्ट सीरीज से पहले भारत के लिए आई अच्छी खबर, हर मैच का हिस्सा नहीं होंगे एंडरसन और ब्रॉड)
कोहली करेंगे ब्रिटिश दर्शकों का मनोरंजन: भारतीय क्रिकेट टीम के कोच रवि शास्त्री के मुताबिक पिछले चार साल की सफलता ने कप्तान विराट कोहली की मानसिकता पूरी तरह बदल दी है और 1 तारीख से शुरू हो रही टेस्ट सीरीज में वो ब्रिटेन की जनता को दिखाना चाहेंगे कि उन्हें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में क्यों गिना जाता है। कोहली का पिछला इंग्लैंड दौरा (2014) बेहद ही निराशाजनक रहा था जहां उन्होंने पांच टेस्ट मैचों में 13.50 की औसत से 1, 8, 25, 0, 39, 28, 0,7, 6 और 20 रन की पारियां खेली थीं। इस टेस्ट सीरीज में सबकी नजरें कोहली पर लगी हैं क्योंकि पिछले चार साल में वो दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज बनकर उभरे हैं। शास्त्री ने कहा, ‘‘उनके (कोहली के) रिकार्ड को देखें। मुझे ये बताने की जरूरत नहीं कि पिछले चार साल में उन्होंने कैसा प्रदर्शन किया है। जब आप इस तरह का प्रदर्शन करते हैं तो आप मानसिक तौर पर दूसरे स्तर पर पहुंच जाते हैं। आप किसी भी चुनौती से निपटने के लिए तैयार रहते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हां, चार साल पहले जब वो यहां आए थे तब उन्होंने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था लेकिन चार साल बाद वो दुनिया के सबसे अच्छे खिलाड़ियों में से एक हैं। वो ब्रिटिश जनता को दिखाना चाहते हैं कि वो दुनिया का सबसे अच्छा खिलाड़ी क्यों हैं।’’
आक्रामक खेलने पर रखते हैं विश्वास: शास्त्री ने कहा कि वो आक्रामक क्रिकेट खेलने में विश्वास करते हैं जो इंग्लैंड जैसे कठिन दौरे पर शीर्ष पर आने के लिए जरूरी है। उन्होंने कहा, ‘‘हम यहां मैच ड्रॉ करने और संख्या बढ़ाने नहीं आए हैं। हम हर मैच को जीतने के लिए खेलते हैं। अगर जीतने की कोशिश में हार गए तो ये खराब किस्मत होगी। हमें खुशी होगी, अगर हम हारने से ज्यादा जीत अपने नाम कर सकें।’’
दुनिया सी सबसे अच्छी टीम बनने की क्षमता: उन्होंने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि हमारे पास दौरा करने वाली सबसे अच्छी टीमों में से एक बनने की क्षमता है। फिलहाल, दुनिया में कोई भी टीम ऐसी नहीं है जो दौरे पर अच्छा प्रदर्शन कर रही हो। आप देख सकते हैं कि दक्षिण अफ्रीका का श्रीलंका में क्या हाल हुआ। हम इस दौरे से पहले इंग्लैंड में हमारी स्कोरलाइन जानते हैं (2011 में 4-0), और 2014 में 3-1) हम उससे बेहतर करना चाहते हैं।’’ (Also Read: विराट कोहली को लेकर कोच रवि शास्त्री का बड़ा बयान, बताया इंग्लैंड में क्या करेंगे कोहली?)
चेतेश्वर पुजारा को एक बड़ी पारी की जरूरत: शास्त्री ने चेतेश्वर पुजारा का बचाव करते हुए कहा कि इस भारतीय टीम में उन्हें अहम भूमिका निभानी है। उन्होंने कहा, ‘‘मेरे लिए यो चिंता की बात नहीं है। उन्हें (पुजारा) अपनी भूमिका निभानी है। वो इसके बारे में जानते हैं क्योंकि नंबर तीन की भूमिका काफी अहम होती है। वो काफी अनुभवी खिलाड़ी है। वो बड़े स्कोर से एक पारी दूर हैं। उन्हें क्रीज पर समय बिताने की जरूरत है। अगर वो 60-70 रन बना लेते हैं तो उनका मिजाज पूरी तरह बदल जाएगा। मेरा काम ये सुनिश्चित करना है कि उनकी सोच इस दिशा में आगे बढ़े।’’
लेंगे हैरानी भरे फैसले: लोकेश राहुल की भूमिका पर शास्त्री ने कहा कि वो टेस्ट सीरीज में हैरानी भरे फैसले कर सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘राहुल का चयन तीसरे सलामी बल्लेबाज के तौर पर हुआ है। हमारा बल्लेबाजी क्रम हमेशा लचीला होगा। तीसरा सलामी बल्लेबाज शीर्ष चार में कहीं भी खेल सकता है। हम आपको कई बार आश्चर्यचकित करेंगे।’’
तेज गेंदबाजों में 20 विकेट लेने का दम: भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह की गैरमौजूदगी में भारतीय आक्रमण की धार थोड़ी कमजोर हुई है लेकिन शास्त्री को लगता है कि टीम के गेंदबाजों में 20 विकेट लेने का माद्दा है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास ऐसा गेंदबाजी आक्रमण है जो 20 विकेट ले सकता है। आपको अन्य खिलाड़ियों को आजमाने की जरूरत है। अगर बुमराह और भुवनेश्वर वनडे सीरीज में पूरी तरह फिट होते तो नतीजे अलग होते। अगर दोनों पूरी तरह फिट होते तो टीम चयन में मेरी परेशानी बढ़ जाती।’’