IND vs ENG : पहले टेस्ट की प्लेइंग इलेवन में जगह बनाने के लिए टीम इंडिया के इन 4 स्पिनरों के बीच होगी जंग
अगर टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आजमाई 5 गेंदबाजों की रणनीति को अपनाते हैं तो चेन्नई टेस्ट मैच में हम तीन स्पिनरों को खेलता हुआ देख सकते हैं, अगर विराट कोहली चार ही गेंदबाजों के साथ उतरना चाहते हैं तो चार में से दो ही स्पिनरों को खेलने का मौका मिलेगा।
ऑस्ट्रेलिया को उसी की सरजमीं पर 2-1 से हराने के बाद अब टीम इंडिया के सामने इंग्लैंड के खिलाफ अपने ही घर तिरंगा लहराने की चुनौती है। यह चुनौती इसलिए कड़ी नहीं मानी जा रही क्योंकि पिछले कुछ सालों से भारतीय टीम का अपने घरेलू मैदानों पर दबदबा रहा है। इस वजह से कुछ दिग्गज क्रिकेटरों ने भारत के 3-0 या फिर 4-0 से सीरीज जीतने की भविष्यवाणी भी कर दी है। इनमें कुछ नाम इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ियों के भी है।
खैर सीरीज का नतीजा तो हमें चौथे टेस्ट मैच के बाद ही पता चलेगा, लेकिन अभी ध्यान हम पहले टेस्ट मैच में लगाते हैं। भारत ने शुरुआती दो टेस्ट मैचों के लिए 18 खिलाड़ियों की टीम का ऐलान किया है जिसमें कुल चार स्पिनर है। अब देखने वाली बात यह होगी कि विराट कोहली इनमें से कितने स्पिनरों को प्लेइंग इलेवन में मौका देते हैं।
अगर टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आजमाई 5 गेंदबाजों की रणनीति को अपनाते हैं तो चेन्नई टेस्ट मैच में हम तीन स्पिनरों को खेलता हुआ देख सकते हैं, अगर विराट कोहली चार ही गेंदबाजों के साथ उतरना चाहते हैं तो चार में से दो ही स्पिनरों को खेलने का मौका मिलेगा।
अगर तीन स्पिनरों के साथ उतरती है टीम इंडिया तो इन खिलाड़ियों को मिलना चाहिए मौका
आर अश्विन
यह खिलाड़ी इस टीम का सबसे अनुभवी ऑफ स्पिनर है। अश्विन के नाम टेस्ट क्रिकेट में कुल 377 विकेट दर्ज हैं और ऑस्ट्रेलिया में उनका हालिया प्रदर्शन भी लाजवाब रहा था। अश्विन ने गेंद के साथ-साथ बल्ले से भी कमाल दिखाया था।
अश्विन ने टेस्ट क्रिकेट में जो 377 विकेट लिए हैं उनमें 254 विकेट उन्होंने भारतीय सरजमीं पर ही लिए हैं। इसके लिए उन्होंने कुल 43 ही मैच लिए। भारत में अश्विन का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 59 रन देकर 7 विकेट का रहा है।
वहीं बात इंग्लैंड के खिलाफ भारत में अश्विन के प्रदर्शन की करें तो इंग्लिश टीम के खिलाफ उन्होंने कुल 9 मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 42 बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाया है। इस दौरान उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 55 रन देकर 6 विकेट का रहा है।
कुलदीप यादव
2019 जनवरी को टीम इंडिया के लिए अपना आखिरी टेस्ट मैच खेलने वाले चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव बल्लेबाजों को अपनी गुगली से परेशन करने का काफी समय से इंतजार कर रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4 टेस्ट मैच की सीरीज में वह टीम इंडिया का हिस्सा थे, लेकिन उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला। अब भारत की घूमती पिचों पर टीम इंडिया इस गेंदबाज को मौका दे सकती है।
हाल ही में इंग्लैंड की एक और कमजोरी सामने आई है कि उनके बल्लेबाज बाएं हाथ के स्पिनरों के खिलाफ परेशान होते हुए दिखाई देते हैं। श्रीलंका के खिलाफ हुई दो मैच की टेस्ट सीरीज में मेजबान टीम के स्पिनर लसिथ अंबुलदेनिया ने 15 विकेट चटकाए थे, ऐसे में कुलदीप यादव का प्लेइंग इलेवन में शामिल होने का चांस और बढ़ जाता है।
अक्षर पटेल
जैसे की हमने अभी ऊपर बताया कि इंग्लैंड के बल्लेबाज बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज के आगे जूझते हुए दिखाी दे रहे हैं, ऐसे में भारत अक्षर पटेल को भी टीम में शामिल कर सकता है। इस खिलाड़ी को टीम में शामिल करने का फायदा है कि भारत इंग्लैंड की कमजोर कड़ी पर वार तो करेगा ही साथ ही तीनों स्पिनर अलग विविधता के होंगे। इस वजह से हमने वॉशिंगटन सुंदर को बाहर रखा है क्योंकि वह और अश्विन एक ही वैराइटी के गेंदबाज हैं।
बात अब दो स्पिनरों की करें तो फिर भारत आर अश्विन के साथ कुलदीप यादव को प्लेइंग इलेवन में मौका मिल सकता है। अक्षर पटेल और वॉशिंगटन सुंदर को ऐसे में टीम से बाहर रखा जाएगा।
वॉशिंगटन सुंदर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी टेस्ट में गेंद के अलावा बल्ले से भी शानदार प्रदर्शन किया था, लेकिन इसके बावजूद उन्हें टीम में बैकअप खिलाड़ी के रूप में ही देखा जा रहा है। जैसा की हमने ऑस्ट्रेलिया में भारतीय खिलाड़ियों को चोटिल होते हुए देखा है, अगर इंग्लैंड के खिलाफ भी अगर कुछ ऐसा होता है तो सुंदर को एक बार फिर हम सफेद जर्सी में खेलता हुआ देख सकते हैं। इसके अलावा उन्हें इस सीरीज में प्लेइंग इलेवन में मौका मिलना मुश्किल दिखाई दे रहा है।