India vs England, 1st Test : भारत टेस्ट मैचों में इंग्लैंड की कड़ी चुनौती के लिए तैयार, टीम संयोजन में कोहली को हो सकती है परेशानी
भारत ने घरेलू सरजमीं पर स्पिन के अनुकूल हालात में विरोधी टीमों को ध्वस्त किया है। लेकिन अगर इंग्लैंड में टीम के प्रदर्शन की बात करें तो टीम ने पिछले तीन दौरों पर 14 में से 11 टेस्ट गंवाए हैं
भारत और इंग्लैंड के पांच टेस्ट मैचों की सीरीज की आज से नॉटिंघम में हो रही है। विराट कोहली के कप्तानी करियर के सबसे कड़े चार महीनों की शुरुआत होगी। इस सीरीज में भारतीय कप्तान के सामने सबसे बड़ी चुनौती टीम संयोजन चुनने की उनकी रणनीति की होगी।
कोहली ने न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए अंतिम 11 की घोषणा मैच से कुछ दिन पहले ही कर दी थी और परिस्थितियों का सामना नहीं करने के लिए उन्हें आलोचना का सामना करना पड़ा था। बुधवार को टीम का संतुलन बनाने के लिए कोहली को काफी सोच-विचार करना होगा। भारत का निचला क्रम काफी लंबा है जो अधिकतर रन बनाने में नाकाम रहता है।
यह भी पढ़ें- Tokyo Olympics 2020 : पहले प्रयास में ही नीरज चोपड़ा ने फाइनल में बनाई जगह, क्वालीफिकेशन में किया 86.65 मीटर का थ्रो
वहीं टीम के पास सिर्फ दो सलामी बल्लेबाज हैं जिसमें से रोहित शर्मा काफी सक्षम हैं लेकिन इंग्लैंड की परिस्थितियों में उन्होंने टेस्ट मैचों में पारी का आगाज नहीं किया है। दूसरे सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल बेहद प्रतिभाशाली हैं लेकिन पारी की शुरुआत में हिचकिचाते हैं। राहुल ने टेस्ट में 2000 से अधिक रन बनाए और मयंक अग्रवाल के सिर में चोट लगने के बाद रोहित के जोड़ीदार के रूप में राहुल तार्किक पसंद है।
इसके अलावा टीम को हार्दिक पंड्या की कमी खलेगी और साथ ही दो विशेषज्ञ स्पिनरों की उपयोगिता पर भी सवाल उठ सकते हैं। ऐसे में हनुमा विहारी पर नजरें होंगी जो ऑस्ट्रेलिया में एक बार नई गेंद का सामना कर चुके हैं। विहारी की ऑफ स्पिन गेंदबाजी और रविचंद्रन अश्विन की मौजूदगी में टीम में शारदुल ठाकुर के खेलने का मौका बन सकता है और गेंदबाजी ऑलराउंडर के रूप में उन्हें अनुभवी रविंद्र जडेजा पर तरजीह मिल सकती है।
यह भी पढ़ें- Tokyo Olympics 2020 4th August Schedule : एक्शन में होंगे नीरज और लवलीना, महिला हॉकी टीम खेलेगी सेमीफाइनल
मोहम्मद शमी और इशांत शर्मा तेज गेंदबाजी आक्रमण के अगुआ हैं लेकिन उनकी उम्र बढ़ रही है। जसप्रीत बुमराह 2019 में कमर के स्ट्रेस फ्रेक्चर के बाद टेस्ट गेंदबाज के रूप में पहले जैसी सफलता हासिल नहीं कर पाए लेकिन पिछली सीरीज में अच्छे प्रदर्शन से उन्हें शुरुआती टेस्ट में खेलने का मौका मिल सकता है।
आपको बता दें कि भारत ने घरेलू सरजमीं पर स्पिन के अनुकूल हालात में विरोधी टीमों को ध्वस्त किया है। लेकिन अगर इंग्लैंड में टीम के प्रदर्शन की बात करें तो टीम ने पिछले तीन दौरों पर 14 में से 11 टेस्ट गंवाए हैं और इस दौरान दो सीरीज में महेंद्र सिंह धोनी कप्तान थे। कोहली 2014 की सीरीज में टीम का हिस्सा थे जब भारत 1-3 से हार गया था और उस समय टीम का यह उप कप्तान बल्ले से बुरी तरह नाकाम रहा था।
यह भी पढ़ें- Tokyo Olympics 2020 : विश्व चैंपियन के खिलाफ इतिहास रचने रिंग में उतरेंगी भारतीय मुक्केबाज लवलीना
भारतीय टीम के सामने एक बार फिर ड्यूक गेंदों से जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड का सामना करने से चुनौती होगी। एंडरसन और ब्रॉड की अनुभवी जोड़ी का साथ दुनिया के सबसे तेज गेंदबाजों में शामिल मार्क वुड और युवा ओली रोबिनसन देंगे। जो रूट कड़ी टेस्ट सीरीज में ब्रॉड और एंडरसन को उनकी उम्र को देखते हुए रोटेट कर सकते हैं।
इंग्लैंड के कप्तान रूट हालांकि स्वीकार कर चुके हैं कि मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के कारण बेन स्टोक्स की गैरमौजूदगी का बड़ा असर पड़ेगा। रोरी बर्न्स, डोम सिबले, डेन लॉरेंस, जैक क्राउली और ओली पोप जैसे खिलाड़ी कई बार आत्मविश्वास से भरे नहीं दिखे हैं और यह देखना रोचक होगा कि वह अश्विन और शमी का सामना कैसे करते हैं।
यह भी पढ़ें- Tokyo Olympics : शॉटपुट खिलाड़ी तेजिंदरपाल तूर फाइनल में नहीं बना सके जगह
टीमें इस प्रकार हैं:
भारत: विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, हनुमा विहारी, ऋषभ पंत, आर अश्विन, रविंद्र जडेजा, अक्षर पटेल, जसप्रीत बुमराह, इशांत शर्मा, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, शारदुल ठाकुर, उमेश यादव, लोकेश राहुल, रिद्धिमान साहा, अभिमन्यु ईश्वरन, पृथ्वी साव और सूर्यकुमार यादव।
इंग्लैंड: जो रूट (कप्तान), जेम्स एंडरसन, जॉनी बेयरस्टो, डोम बेस, स्टुअर्ट ब्रॉड, रोरी बर्न्स, जोस बटलर, जैक क्रॉउली, सैम कुरेन, हसीब हमीद, डेन लॉरेंस, जैक लीच, ओली पोप, ओली रॉबिन्सन, डोम सिबले और मार्क वुड।
समय: मैच भारतीय समयानुसार दोपहर तीन बजकर 30 मिनट पर शुरू होगा।