India vs Australia 3rd Test: मेलबर्न टेस्ट से पहले बल्लेबाजों ने बढ़ाई विराट की चिंता
सीरीज शुरू होने से पहले ऑस्ट्रेलिया की टीम कमजोरी आंकी जा रही थी लेकिन अपनी धरती पर ऑस्ट्रेलिया के कम अनुभवी प्लेयर्स ने शानदार खेल दिखाया और दोनों टेस्ट में भारत को कड़ी टक्कर दी।
मेरी क्रिसमस के अगले दिन यानी 26 दिसंबर से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरा टेस्ट मेलबर्न में खेला जाएगा। दोनों टीमें एक-एक टेस्ट जीत कर बराबरी पर हैं। सीरीज में चार टेस्ट होने हैं। ऐसे में तीसरे टेस्ट में जीत के लिए दोनों टीमें बेताब हैं। सीरीज शुरू होने से पहले ऑस्ट्रेलिया की टीम कमजोरी आंकी जा रही थी लेकिन अपनी धरती पर ऑस्ट्रेलिया के कम अनुभवी प्लेयर्स ने शानदार खेल दिखाया और दोनों टेस्ट में भारत को कड़ी टक्कर दी। इतना ही नहीं दूसरे टेस्ट में टीम ऑस्ट्रेलिया को भारत पर बड़ी जीत मिली। इस जीत की वजह से कंगारू बॉक्सिंग डे टेस्ट को लेकर खासे उत्साहित नजर आ रहे हैं। टीम इंडिया पर तगड़े पंच की तैयारी कर चुके हैं। वहीं मजबूत समझी जा रही टीम इंडिया की परेशानी कई क्षेत्रों में उसके ही खिलाड़ियों ने बढ़ा दी है।
ऐसा टीम इंडिया के पिछले दो टेस्टों में प्रदर्शन की वजह से कहा जा रहा है। विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम, ऑस्ट्रेलिया में काफी बिखरी दिख रही है। टीम के दोनों ओपनर पारी को अच्छी शुरुआत देने में नाकाम रहे हैं। पहले टेस्ट की पहली पारी में पहला विकेट महज 3 रन पर गिर गया और दूसरी पारी में दोनों सलामी बल्लेबाजों ने 63 रन की साझेदारी की जबकि दूसरे टेस्ट में भी सलामी बल्लेबाज टिक कर खेलने में असफल रहे। एडिलेड टेस्ट की पहली पारी में भारत का पहला विकेट 6 के मामूली स्कोर पर गिर गया जबकि दूसरी पारी में टीम का खाता भी नहीं खुल पाया था कि राहुल शून्य के स्कोर पर पैवेलियन लौट गए। इस वजह से चेतेश्वर पूजारा और कप्तान कोहली पर सारा दारोमदार आ गया। हालाकि दोनों बल्लेबाजों ने पहले और दूसरे टेस्ट में शतक जड़ा लेकिन ओपनर्स के फेल होने से टीम पर खासा असर दिखा। जिससे टीम इंडिया का मीडिल ऑर्डर जूझता नजर आया।
टीम इंडिया की परेशानी इतने पर ही खत्म नहीं हुई। अगर दोनों टेस्ट पर नजर दौड़ाएं तो मध्यक्रम और नीचले क्रम की बल्लेबाजी स्तरहीन दिखी। पहले टेस्ट में टीम इंडिया को जीते जरूर मिली, जिसकी वजह पुजारा का शतक रहा और पुजारा नौवें विकेट के रुप में आउट हुए। पुजारा तीसरे नंबर बल्लेबाजी करने आए और सातवें विकेट तक के बल्लेबाजों के साथ करीब 170 रन जोड़े। इतना ही नहीं पुजारा ने अंतिम के चार बल्लेबाजों के साथ 61 रन जोड़ें। दूसरी पारी में भी पुजारा ने मध्यमक्रम और पुच्छले बल्लेबाजों के साथ 156 रन जोड़े। लाज बच गई क्योंकि ऑस्ट्रेलिया का टॉप ऑर्डर टीम इंडिया के गेंदबाजों के सामने असहज दिखें। लेकिन ऑस्ट्रेलिया टीम के लोअर ऑर्डर यानी सातवें से दसवें क्रम के बल्लेबाजों ने जमकर संघर्ष किया और 104 जोड़ कर भारत को नाको चने चबवा दिया।
पर्थ टेस्ट की पहली पारी में कोहली और रहाणे जमकर खेले, दोनों ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के सामने काफी संघर्ष किया। लेकिन कहानी कमोबेश पहले टेस्ट की तरह ही रही, दो विकेट जल्दी से गिरने के बाद तीसरे विकेट के लिए पुजारा और कोहली ने 74 रनो की साझेदारी की और चौथे विकेट के लिए कोहली और रहाणे ने 91 रन जोड़े। इसके बाद फिर टीम इंडिया की बल्लेबाजी एक बार फिर बिखर गई। बाकी के 6 बल्लेबाज महज 110 रन जोड़कर पैवेलियन लौट गए। पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी में टीम इंडिया की लचर बल्लेबाजी का आलम ये रहा कि टीम के 6 बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा तक नहीं पहुंच पाए और टीम इंडिया की 146 रनों से शर्मनाक हार हुई।
मेलबर्न में बॉक्सिंग डे टेस्ट में 26 दिसंबर को खेला जाएगा जो कि साल 2018 में ऑस्ट्रेलिया और भारत का आखिरी टेस्ट है। चार मैचों की टेस्ट सीरीज का अंतिम मैच जनवरी 2019 में होगा। लेकिन टीम इंडिया की चिंता उसकी लचर बल्लेबाजी बन गई है। रिकॉर्ड देखा जाए तो इस समय दुनिया में टीम इंडिया की बैटिंग नबंर वन है, परन्तु ये शक्ति कागजी बन कर रह गई है। अकेले भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टेस्ट में 25 शतक ठोके हैं जिसमें उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ छह शतक लगाए है। इस लिहाज से देखा जाए तो कंगारु टीम के टॉप ऑर्डर में उस्मान ख्वाजा (7), मार्श (6) और हैंड्सक़ॉम (2) ने शतक लगाए हैं। तीनों बल्लेबाजों की सेंचुरी को जोड़ दें तो चेतेश्वर पुराजा के 16 शतक से भी इसकी संख्या कम ही है। ऐसे में टीम इंडिया के बैट्समैन बेहतर माने जा रहे लेकिन हालात बिल्कुल जुदा है। समय रहते टीम इंडिया, मेलबर्न के बॉक्सिंग डे टेस्ट में संभल नहीं पाई तो विराट कोहली की कप्तानी पर सवाल उठने शुरू हो जाएंगे। लिहाजा मेलबर्न में विराट कोहली के बल्लेबाजों को दम दिखाना ही होगा।