भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया: एम एस धोनी और केदार जाधव ने दिलाई भारत को ऐतिहासिक सीरीज जीत
भारतीय क्रिकेट टीम ने मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए तीसरे और निर्णायक वनडे मैच में ऑस्ट्रेलिया को सात विकेट से हरा दिया।
महेंद्र सिंह धोनी (नाबाद 87) और केदार जाधव (नाबाद 61) के बीच चौथे विकेट के लिए हुई 121 रनों की साझेदारी के दम पर भारत ने शुक्रवार को मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) पर खेले गए तीसरे और निर्णायक वनडे मैच में ऑस्ट्रेलिया को सात से विकेट मात दी। इसी के साथ भारत ने तीन मैचों की वनडे सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली है। इसी के साथ भारत ने इस सीरीज में इतिहास रचा है। यह उसकी ऑस्ट्रेलिया में पहली द्विपक्षीय सीरीज जीत है।
भारतीय गेंदबाजों ने छह विकेट लेने वाले लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल की अगुआई में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलिया को 48.4 ओवरों में 230 रनों पर ढेर कर दिया। इस लक्ष्य को भारत ने चार गेंद रहते हुए तीन विकेट खोकर हासिल कर जीत दर्ज की। चहल को मैन ऑफ द मैच चुना गया।
धोनी ने अपनी नाबाद पारी में 114 गेंदों का सामना किया और छह चौके मारे। धोनी का यह इस सीरीज में लगातार तीसरा अर्धशतक है। उन्हें अपने दमदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द सीरीज चुना गया। धोनी को हालांकि उनकी पारी में जीवनदान भी मिले।
केदार ने 57 गेंदों की पारी में सात बार गेंद को सीमा रेखा के पार पहुंचाया। इन दोनों के अलावा विराट कोहली ने 46 रन बनाए।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारत को 15 के कुल स्कोर पर पहला झटका लगा। यहां रोहित शर्मा (9) पीटर सिडल की गेंद पर शॉन मार्श का शिकार बने। मार्कस स्टोइनिस ने शिखर धवन को (23) को 59 के कुल स्कोर पर अपनी ही गेंद पर लपक कर भारत को दूसरा झटका दिया।
यहां से कप्तान कोहली और धोनी ने पिछले मैच की तरह फिर अपनी जुगलबंदी दिखाई और विकेटों के बीच तेजी से रन लेते हुए स्कोरबोर्ड चालू रखा। धोनी अपनी फॉर्म में लौट चुके थे हालांकि उन्होंने पैर जमाने के लिए समय लिया।
कोहली अपने अर्धशतक से महज चार रन दूर थे और तभी झाए रिचर्डसन की गेंद पर वह विकेट के पीछे एलेक्स कैरी के हाथों लपके गए। ऑस्ट्रेलिया को यहां मैच में वापसी की उम्मीद जगी, लेकिन टीम में अपनी जगह पक्की करने में लगे जाधव ने मौका का फायदा उठाया और धोनी के साथ मिलकर मेजबान टीम को निराशा के अलावा कुछ और नहीं दिया।इन दोनों ने शतकीय साझेदारी कर टीम को ऐतिहासिक जीत दिलाई। जाधव ने आखिरी ओवर की दूसरी गेंद पर चौका मार जीत हासिल की।
इससे पहले, ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज चहल की फिरकी में फंस कर रह गए। बीते दो मैचों में टीम को सम्मानजनक स्कोर तक ले जाने वाला मेजबान टीम का मध्यक्रम और निचला क्रम लेग स्पिनर चहल के सामने पैर नहीं जमा सके। उसके लिए पीटर हैंड्सकॉम्ब ने सबसे ज्यादा 58 रन बनाए जिसके लिए उन्होंने 63 गेंदें खेलीं और दो चौके मारे।
कोहली ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी और भुवनेश्वर ने मेजबान टीम के कप्तान एरॉन फिंच (14) को परेशान करना जारी रखा। इस बीच कैरी (5) आठ के कुल स्कोर पर भुवनेश्वर का शिकार बने। फिंच को आखिरकार भुवनेश्वर ने 27 के कुल स्कोर पर पवेलियन भेजा। फिंच इस सीरीज के तीनों मैचों में भुवनेश्वर की गेंद पर आउट हुए हैं।
शॉन मार्श (39) और उस्मान ख्वाजा (34) ने आस्ट्रेलिया को संभालते हुए स्कोर 100 रनों तक पहुंचाया। यहां से चहल का जादू चला। उन्होंने एक ही ओवर में पहले मार्श और ख्वाजा को पवेलियन भेजा। स्टोइनिस (10) भी चहल का शिकार बने। इस बीच मोहम्मद शमी ने ग्लैन मैक्सवेल (26) को 161 के कुल स्कोर पर पवेलियन भेज दिया।
यहां से चहल ने रिचर्डसन (16), हैंड्सकॉम्ब, एडम जाम्पा (8) को पवेलियन भेजा और शमी ने बिलि स्टानलेक (0) को बोल्ड कर आस्ट्रेलियाई पारी का अंत किया।
चहल के अलावा भुवनेश्वर और शमी को दो-दो विकेट मिले।