IND vs AUS : अभी तक अपने घर में डे नाइट टेस्ट मैच नहीं हारा ऑस्ट्रेलिया, भारत देना चाहेगा कड़ी चुनौती
ऑस्ट्रेलियाई टीम इस मैच में भारत पर भारी पड़ सकती है क्योंकि अभी तक उन्होंने अपने घर में खेले 7 डे नाइट मुकाबलों में से एक भी मुकाबला नहीं हारा है, जबकि 4 मुकाबले उन्होंने एडिलेड में ही खेले हैं।
एडिलेड। भारतीय कप्तान विराट कोहली और उनकी ‘निर्भीक’ टीम गुरूवार को यहां शुरू होने वाले पहले दिन-रात्रि टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के गुलाबी गेंद के क्रिकेट में दबदबे को कड़ी चुनौती देने की कोशिश करेगी जबकि मेजबान टीम दो साल पहले की हार का बदला लेने को तैयार है, हालांकि उसके कई खिलाड़ी चोटों की समस्या से जूझ रहे हैं। लेकिन ऑस्ट्रेलियाई टीम इस मैच में भारत पर भारी पड़ सकती है क्योंकि अभी तक उन्होंने अपने घर में खेले 7 डे नाइट मुकाबलों में से एक भी मुकाबला नहीं हारा है, जबकि 4 मुकाबले उन्होंने एडिलेड में ही खेले हैं।
ऑस्ट्रेलियाई मीडिया कारोबारी कैरी पैकर ने 1970 के दशक में चैनल नाइन पर अपनी ‘विश्व सीरीज दिन-रात्रि टेस्ट मैचों’ को प्रोमोट करते हुए एक शानदार कैप्शन दिया था, ‘‘बिग ब्वाएज प्ले एट नाइट (शीर्ष खिलाड़ी रात में खेलते हैं)।’’
ये भी पढ़ें - अगले साल 2021 में बांग्लादेश का दौरा करेगी विंडीज टीम
यहां तक कि 2020 में भी सीरीज के लिये इससे उचित कैप्शन नहीं मिल सकता जिसमें कोहली की शानदार बल्लेबाजी का सामना स्टीव स्मिथ की रन जुटाने की निरंतरता से हो, जिसमें चेतेश्वर पुजारा के क्रीज पर टिके रहने की जिद को युवा मार्नस लाबुशेन चुनौती दे। और यह सब एडीलेड ओवर में दूधिया रोशनी में खेले जाने वाले मुकाबले में होगा। साथ ही दोनों टीमों के तेज गेंदबाज गुलाबी गेंद से गोधूलि के समय बल्लेबाजों के दिमाग में संशय पैदा कराना चाहेंगे।
‘जोश हेजलवुड बनाम मोहम्मद शमी’ मुकाबला भी काफी रोमांचक होगा जबकि पैट कमिंस के बाउंसर का जवाब जसप्रीत बुमराह अपने यार्कर से देना चाहेंगे। ईशांत शर्मा जैसा अनुभवी तेज गेंदबाज भारतीय टीम में शामिल नहीं है तो वहीं आस्ट्रेलियाई लाइन-अप को अपने स्टार डेविड वॉर्नर की कमी खलेगी जिससे दोनों टीमें मजबूती के हिसाब से बराबरी पर ही दिखती हैं। हालांकि ऑस्ट्रेलियाई टीम को ज्यादा दिन-रात्रि टेस्ट खेलने का अनुभव है और उसे घरेलू परिस्थितियों का फायदा निश्चित रूप से मिलेगा।
ये भी पढ़ें - स्टीव स्मिथ की वजह से पहले टेस्ट में अपनी रणनीति को नहीं बदलेंगे विराट कोहली
दिन-रात्रि टेस्ट मैच की अपनी खासियत है जिसमें बल्लेबाजों के पहले सत्र में हावी होने की उम्मीद होती है जबकि जब सूरज छिप जाता है तो गेंदबाजों की तूती बोलती है क्योंकि गुलाबी कूकाबूरा की रफ्तार तेज हो जाती है। वहीं भारतीय टीम के पास विभिन्न स्थानों के लिये इतने सारे विकल्प कभी नहीं होते थे। लेकिन भारतीय कप्तान कोहली ने स्पष्ट किया कि शुभमन गिल और लोकेश राहुल को अपने मौकों का इंतजार करना होगा क्योंकि टीम प्रबंधन ने सलामी बल्लेबाज के स्थान के लिये फॉर्म से बाहर चल रहे पृथ्वी साव के साथ बने रहने का फैसला किया है।
कोहली ने मैच की पूर्व संध्या पर कहा,‘‘शुभमन को अभी तक टेस्ट क्रिकेट में इस स्तर पर मौका नहीं मिला है इसलिये जब भी उसे मौका मिलता है तो यह देखना शानदार होगा कि वह कैसा प्रदर्शन करता है क्योंकि वह बहुत ही आत्मविश्वास से भरा युवा खिलाड़ी है।’’
उन्होंने कहा,‘‘पृथ्वी ने टेस्ट स्तर पर प्रदर्शन दिखाया है लेकिन वह पहली बार आस्ट्रेलिया में खेलेगा। इसलिये मुझे लगता है कि उसकी प्रगति को देखना भी रोमांचक होगा।’’
ये भी पढ़ें - VVS लक्ष्मण ने बताई विराट कोहली की कप्तानी की यह बड़ी कमी, दिया यह सुझाव
क्या राहुल को श्रृंखला के दौरान टीम में शामिल किया जा सकता है? तो उन्होंने कहा,‘‘केएल निश्चित रूप से शानदार खिलाड़ी है और इसलिए उसे टेस्ट टीम में शामिल किया गया और हमें देखना होगा कि टीम के सर्वश्रेष्ठ संतुलन के लिये क्या संयोजन ठीक रहता है।’’
कप्तान के इस बयान से अंदाजा लगा कि अभी हनुमा विहारी अपनी कामचलाऊ ऑफ ब्रेक के कारण पसंद हैं। वहीं विकेटकीपर के स्थान पर रिद्धिमान साहा को विस्फोटक ऋषभ पंत पर तरजीह दी गयी। श्रृंखला की तैयारियों के दौरान दोयम दर्जे के ऑस्ट्रेलियाई ए आक्रमण के खिलाफ दूधिया रोशनी में पंत की 73 गेंद में खेली गयी 100 रन की पारी की तुलना में साहा ने मुश्किल परिस्थितियों में लाल गेंद से प्रथम श्रेणी मैच में अर्धशतकीय पारी खेली थी।
साथ ही उमेश यादव को तीसरे तेज गेंदबाज के तौर पर अपना स्थान वापस मिला जो अभ्यास मैच में उनके अच्छे प्रदर्शन के कारण हुआ। मंगलवार को भारत के शीर्ष बल्लेबाजों को एडीलेड के नेट पर गुलाबी कूकाबूरा से टी नटराजन की अंदर आती गेंदों से परेशानी हो रही थी। अगर नटराजन की 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उन्हें इतनी परेशानी हो सकती है तो गुलाबी गेंद के टेस्ट में दुनिया के सर्वाधिक विकेट चटकाने वाले स्टार्क कितने खतरनाक हो सकते हैं।
ये भी पढ़ें - न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियम्सन बने पिता, घर आई नन्हीं परी
कभी कभार कम विकल्प में से चयन करना आसान होता है और कोहली उम्मीद करेंगे कि वह सही विकल्पों का चयन करें ताकि अजिंक्य रहाणे उनके ब्रेक के बाद भारत को यही दोहराने में मदद कर सकें।
टीमें इस प्रकार हैं: पहले टेस्ट मैच के लिये भारतीय प्लेइंग इलेवन इस प्रकार है : विराट कोहली (कप्तान), मयंक अग्रवाल, पृथ्वी सॉव, चेतेश्वर पुजारा, अंजिक्य रहाणे (उप कप्तान), हनुमा विहारी, ऋद्धिमान साहा (विकेटकीपर), उमेश यादव, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और रविचंद्रन अश्विन।
ऑस्ट्रेलिया : टिम पेन (कप्तान और विकेटकीपर), जो बर्न्स, पैट कमिंस, कैमरन ग्रीन, मार्कस हैरिस, जोश हेजलवुड, ट्रेविस हेड, मोइजेस हेनरिक्स, मार्नस लाबुशेन, नाथन लियोन, माइकल नेसेर, जेम्स पैटिनसन, स्टीव स्मिथ, मिशेल स्टार्क, मिशेल स्वेपसन, मैथ्यू वेड। मैच भारतीय समयानुसार सुबह साढ़े नौ बजे शुरू होगा।