वेस्टइंडीज के खिलाफ टीम में रोहित को आराम तो मयंक को मिल सकता है मौका
रोहित को तीन मैचों की श्रृंखला से विश्राम दिया जा सकता है ताकि वो अगले साल न्यूजीलैंड दौरे के लिए तरोताजा रहे।
कोलकाता। वेस्टइंडीज के खिलाफ सीमित ओवरों की घरेलू श्रृंखला के लिये गुरूवार 21 नवंबर को भारतीय टीम का चयन होगा तो उपकप्तान रोहित शर्मा के कार्यभार प्रबंधन और सलामी बल्लेबाज शिखर धवन के खराब फार्म पर चर्चा की जायेगी। एमएसके प्रसाद की अध्यक्षता में चयन समिति की यह आखिरी बैठक होगी क्योंकि उनका और मध्य क्षेत्र के चयनकर्ता गगन खोड़ा का कार्यकाल समाप्त हो रहा है।
सब कुछ ठीक रहने पर रोहित को तीन मैचों की इस श्रृंखला से विश्राम दिया जायेगा ताकि वह अगले साल न्यूजीलैंड दौरे पर तरोताजा रहे जहां भारत को पांच टी20, तीन वनडे और दो टेस्ट खेलने हैं। भारतीय टीम को वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन टी20 मैच खेलने हैं जो मुंबई (छह दिसंबर), तिरूवनंतपुरम (आठ दिसंबर) और हैदराबाद (11 दिसंबर) में खेले जायेंगे।
तीन वनडे चेन्नई (15 दिसंबर), विशाखापत्तनम (18 दिसंबर) और कटक (22 दिसंबर) में होने हैं। रोहित ने इस साल आईपीएल समेत 60 प्रतिस्पर्धी मैच खेले हैं। इस साल वह 25 वनडे, 11 टी20 खेल चुके हें जो कप्तान विराट कोहली से तीन वनडे और चार टी20 अधिक है। विराट को दो बार आराम दिया जा चुका है।
सलामी बल्लेबाज धवन के फार्म पर भी चर्चा होगी जो विश्व कप से चोट के कारण बाहर होने के बाद से फार्म में नहीं है। टेस्ट क्रिकेट में मयंक अग्रवाल का शानदार फार्म और लिस्ट ए में 50 से अधिक की औसत के कारण उन्हें तीसरे सलामी बल्लेबाज के तौर पर शामिल किया जा सकता है। धवन ने बांग्लादेश के खिलाफ तीन टी20 मैचों में 41, 31 और 19 रन बनाये। अपनी लय हासिल करने के लिये उन्होंने घरेलू क्रिकेट भी खेला लेकिन बड़ा स्कोर नहीं बना सके।
दूसरी ओर अग्रवाल ने बांग्लादेश के खिलाफ इंदौर टेस्ट में दोहरा शतक बनाया। ऋषभ पंत के लगातार खराब फार्म पर भी बात की जाने की संभावना है। महेंद्र सिंह धोनी ने अभ्यास शुरू कर दिया है और पंत आगामी श्रृंखला के लिये टीम में जगह नहीं बना पाते हैं तो उन्हें 38 बरस के इस धुरंधर से प्रतिस्पर्धा का सामना करना होगा।
हार्दिक पंड्या, जसप्रीत बुमराह, नवदीप सैनी और भुवनेश्वर कुमार अभी भी चोटों से जूझ रहे हैं लिहाजा शिवम दुबे और शार्दुल ठाकुर का टीम में बने रहना तय है। स्पिन गेंदबाजी हरफनमौला वाशिंगटन सुंदर और कृणाल पंड्या भी अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतर सके हें।
ऐसे में युजवेंद्र चहल और रविंद्र जडेजा के खेलने पर इनमें से एक को बाहर किया जा सकता है। दीपक चाहर तेज आक्रमण की अगुवाई करेंगे लेकिन खलील अहमद काफी महंगे साबित हुए हैं। उन्होंने पिछले दो टी20 मैचों में आठ ओवरों में 81 रन दे डाले।